नेत्रहीन क्रिकेट विश्वकप : विजेता भारतीय टीम को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने किया सम्मानित

देशभर में दिव्यांगजनों के लिए खोले जाएंगे पांच राष्ट्रीय क्रीड़ा केन्द्र :
पीआईबी/नई दिल्ली। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने नेत्रहीन क्रिकेट विश्वकप में विजेता भारतीय टीम के 17 सदस्यों का सम्मान किया। उन्होंने विजेता टीम को 34 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले, दिव्यांगजन अधिकारिता विभाग की सचिव शकुंतला गामलिन और मंत्रालय के आला अधिकारी भी उपस्थित थे। मंत्रालय की जागरूकता सृजन एवं प्रचार योजना के तहत नकद पुरस्कार दिया गया था।
बुधवार को दिल्ली में आयोजित एक समारोह में थावरचंद गहलोत ने टीम को बधाई दी और उनके उज्ज्वल और सफल भविष्य की कामना की। उन्होंने बताया कि मंत्रालय द्वारा देशभर में दिव्यांगजनों के लिए पांच राष्ट्रीय क्रीड़ा केन्द्र खोले जाएंगे तथा राज्यों से इसके लिए जमीन उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। मध्य प्रदेश ने ग्वालियर में जमीन दे दी है तथा पंजाब और आंध्रप्रदेश क्रमशः जीरकपुर और विशाखापत्तनम में जमीन देने की प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। दिव्यांगजनों के क्रीडा केन्द्रों के लिए विशेष सुविधाओं की आवश्यकता है, जिसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर ली गयी है। यह रिपोर्ट विदेशों में ऐसे केन्द्रों सहित व्यापक परामर्श के दौरान तैयार की गयी है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने नेत्रहीन क्रिकेट विश्वकप में विजेता भारतीय टीम को बधाई दी और कहा कि खिलाड़ियों ने देश का मान बढ़ाया है।
लगातार दूसरी बार पाकिस्तान को हराया :
दिव्यांगजन अधिकारिता विभाग की सचिव शुकंतला गामलिन ने कहा कि मंत्रालय खेलों में दिव्यांगजनों की भागीदारी बढ़ाने के उपाय कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने लगातार दूसरी बार शारजाह में पाकिस्तान को हराकर राष्ट्र को गौरव प्रदान किया है।
दिव्यांगजनों को जारी किए जा रहे विशेष पहचान पत्र :
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री गहलोत ने कहा कि दिव्यांगजनों को विशेष पहचान पत्र दिये जा रहे हैं ताकि वे सरकारी नीतियों से लाभ उठा सकें। लगभग 21 राज्यों ने दिव्यांगजनों को ऐसे पहचान पत्र देने का काम शुरू कर दिया है।