उत्तराखंड

सिस्टम की लापरवाही या जागरूकता का अभाव ! रुद्रप्रयाग में दिव्यांग बेटे का आधार कार्ड बनवाने कंधे पर लेकर पहुंचे पिता

रुद्रप्रयाग। हाल ही में आयोजित अर्न्तराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस (03 दिसंबर) के दिन हमारे देश और राज्य की सरकारें दिव्यांगों को सशक्त बनाने के साथ उन्हें अधिकार सम्पन्न बनाने की घोषणायें बढ़चढ़ कर करती नजर आईं। वहीं दूसरी ओर प्रदेश में दिव्यांगों के दयनीय हालात सिस्टम की लापरवाही को दर्शाने वाले हैं। दिव्यांगों में अपने हक-हकूक को लेकर जागरूकता के अभाव का होना भी इस दशा के लिए जिम्मेदार कहना गलत न होगा। दिव्यांग बेटे का आधार कार्ड नहीं बन सका तो उनके पिता पुत्र को कंधे पर ढोकर जिला मुख्यालय पहुंचे और आधार कार्ड बनवाया।

विकासखण्ड जखोली के सुदूरवर्ती गांव घंघासू-बांगर निवासी श्याम सिंह राणा के पुत्र लूला सिंह राणा (35) का आधार कार्ड बनाने को लेकर सिस्टम लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिता को अपने कंधों पर उठाकर लूला को मुख्यालय रुद्रप्रयाग लाना पड़ा। उन्होंने बताया कि कुछ दिन आधार कार्ड बनाने के लिए गांव में टीम पहुंची थी, लेकिन टीम ने दिव्यांगों के आधार कार्ड नहीं बनाये। पूछे जाने पर टीम के लोगों ने बताया कि दिव्यांग लोगों का आधार बनाने के लिए दूसरी टीम गांव में आयेगी, मगर कई दिन बीत जाने के बाद भी गांव में कोई टीम नहीं पहुंची। ऐसे में 70 साल के बुजुर्ग श्याम सिंह 80 किमी की दूरी नापकर पुत्र लालू सिंह को कंधे में लादकर मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने यह भी बताया कि समाज कल्याण विभाग से उनके पुत्र को विकलांग पेंशन मिलती है, जो आधार कार्ड के लिंक न होने से बंद हो गई। उनका कहना है कि यदि प्रशासन की टीम गांव में पहुंचकर आधार कार्ड बनवा देती तो इतनी फजीयत नहीं उठानी पड़ती। मामले में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि मीडिया के माध्यम से मामला उनके संज्ञान में आया है। प्रशासन की ओर से क्षेत्र में टीम भेजी जायेगी और दिव्यांग लोगों का आधार कार्ड बनावाया जायेगा।

कई अन्य दिव्यांगों के भी नहीं बने हैं आधार कार्ड :

बुजुर्ग श्याम सिंह ने बताया कि सरकारी सिस्टम की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीण जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में अन्य कई ऐसे दिव्यांग हैं, जिनका आधार लिंक नहीं हुआ है और उनके परिजन उन्हें मुख्यालय लाने में असमर्थ है। प्रशासन को क्षेत्र में टीम भेजकर दिव्यांग लोगों का आधार कार्ड बनाया जाना चाहिए, जिससे उन्हें कोई परेशानी न उठानी पड़े।

Key Words : Uttarakhand, Rudraprayag, Divyang, Lack of system, Negligence or Awareness

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