राजनीतिक

कोरोना से जंग # टिप्पणी: काबिले तारीफ है सीएम योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली

पंकज भार्गव

एक चैनल के रिपोर्टर को दी जाने वाली बाइट में कोरोना महामारी के लिये किये जा रहे प्रयासों के बारे में बताते हुए सीएम योगी आदित्य नाथ ‘‘मैं’’ की जगह ‘‘हम’’ की भावना पर जोर देते नजर आये।

कोरोना के भीषण दौर में आज एक चैनल पर सीएम योगी आदित्य नाथ की दिनचर्या पर कवरेज देखकर उनकी कर्मठता और कर्तव्यनिष्ठा की जितनी तारीफ की जाये कम है। आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से यूपी जैसे राज्य में कोरोना महामारी के प्रकोप से प्रदेशवासियों को सुरक्षित रखने का मुख्यमंत्री का जजबा काबिलेतारीफ है। ‘‘मैं’’ के अहम् से दूर ‘‘हम’’ को तबोज्जो देना मुख्यमंत्री के योगी होने को चिरितार्थ करने वाला है। जबकि मुख्यमंत्री की कुर्सी हासिल होने के बाद आज ज्यादातर राज्यों के मुख्यमंत्री टीमवर्क से ज्यादा ‘‘मैं’’ और मेरा का बखान करते नजर आते हैं।

सुबह सवेरे से राज्य के तीन-तीन जनपदों के स्वास्थ्य हालातों का जायजा लेने के अलावा मुख्यमंत्री अस्तपालों में कोरोना मरीजों के हालचाल जानने भी पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री आदित्य नाथ के व्यक्तित्व की सबसे प्रभावशाली तथ्य की बात की जाये तो वह एक चैनल के रिपोर्टर को दी जाने वाली बाइट में कोरोना महामारी के लिये किये जा रहे प्रयासों के बारे में बताते हुए ‘‘मैं’’ की जगह ‘‘हम’’ पर जोर देते नजर आये, जो उनकी टीम वर्क कार्यशैली को दर्शाने वाला है। स्वास्थ कर्मियों और कोरोना मरीजों के साथ उनकी बातचीत में विनम्रता उनके व्यक्तित्व को प्रदर्शित करती नजर आई। कोरोना बीमारी को हराने के लिए योगी आदित्य नाथ की कार्यशैली निश्चित रूप से कारगर साबित होगी।

मुझे गलत मानिये या सही मानिये …
जिसमें सहूलियत हो वही मानिये …. !!!
यह बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ पर सोलह आने सटीक बैठती है।

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