संस्कृति एवं संभ्यता

आस्था- दून के सलान गांव में सभी की सकुशलता के लिए की पूजा अर्चना

डीबीएल डेस्क / देहरादून

देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून जहां एक ओर आधुनिकता और स्मार्ट सिटी की पहचान बनने की कगार पर है वहीं आज भी सूबे के ग्रामीण क्षेत्रों में सभ्यता और संस्कृति के दर्शन आस्था को जीवित रखे हुए हैं। इस बात का जीवंत उदाहरण देहरादून के घंटाघर से मात्र कुछ ही दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत भगवन्तपुर के सलान गांव स्थित भैरव देवता का मंदिर।

सलान गांव के भैरव देवता मंदिर में हर साल जून माह के दूसरे रविवार को पूजा अर्चना किए जाने की परंपरा रही है। भगवन्तपुर निवासी बुद्विजीवी और समाजसेवी दीपक जोशी बताते हैं कि यह मंदिर उनके पूवर्जों की आस्था का प्रतीक रहा है। मान्यता है कि भैरव देवता सभी सभी क्षेत्रवासियों की आपदाओं से रक्षा करते हैं। तपती गर्मी से राहत और फसलों को सूखे की मार से बचाने के लिए बारिश के देवता इन्द्र को प्रसन्न करने के लिए भी यह पूजा सार्थक मानी जाती रही है।

दीपक जोशी ने बताया कि लाॅकडाउन के चलते प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी के बचाच के नियमों के पालन के साथ इस बार भी मंदिर में पूजा अर्चना कर भैरव देवता से सभी प्राणियों की सकुशलता की कामना की गई।

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