उत्तराखंड

सुरक्षित, सकुशल व सुगम श्री केदारनाथ धाम यात्रा कराने को रुद्रप्रयाग पुलिस है तैयार

उत्तराखंड : आज पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ0 विशाखा अशोक भदाणे ने प्रेस वार्ता के दौरान जनपदीय मीडिया बन्धुओं से मुखातिब होते हुए रुद्रप्रयाग पुलिस की तैयारियों की जानकारी साझा करते हुए बताया कि जनपद पुलिस इस वर्ष की श्री केदारनाथ धाम यात्रा को सुरक्षित, सकुशल व सुगम तरीके से संचालन कराने हेतु प्रतिबद्ध है। इस हेतु जनपद के सभी पड़ावों (पैदल पड़ावों सहित) व केदारनाथ धाम में पुलिस बल की तैनाती के आदेश जारी कर दिये गये हैं। यात्रा में नियुक्त होने वाले पुलिस बल की ब्रीफिंग कर कर उनके ड्यूटी स्थल के लिए रवाना कर दिया गया है।

यातायात प्लान एवं पार्किंग

पुलिस अधीक्षक ने जनपद के यातायात प्लान की जानकारी देते हुए बताया कि श्री केदारनाथ यात्रा अवधि में यातायात के सफल संचालन हेतु पुलिस उपाधीक्षक रुद्रप्रयाग को यातायात व्यवस्था का नोडल अधिकारी बनाया गया है। यात्रा का पहला चरण जनपद की यातायात व्यवस्था से प्रारम्भ होता है।

केदारनाथ के लिए जाते समय कुण्ड से लेकर गुप्तकाशी फाटा से सोनप्रयाग का रूट रहेगा। केदारनाथ से वापस आने पर गुप्तकाशी से कालीमठ तिराह, चुन्नी बैंड होते हुए कुण्ड से अगस्त्यमुनि के लिए रवाना किया जायेगा। सभी ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि इन संकरे पैचों पर अनावश्यक रूप से जाम की समस्याओं से निजात पाया जा सके और वाहनों के आवागमन में बाधा उत्पन्न न हो। कैन्टीजैन्सी के लिए सिरोबगड़ में लैंडस्लाइड आने पर

छांतीखाल से खांकरा मोटरमार्ग का उपयोग किया जायेगा। कुण्ड में लैण्डस्लाइड या अन्य किसी समस्या के आने पर अगस्त्यमुनि बांसवाड़ा से लमगौंडी से गुप्तकाशी हेतु यातायात डाइवर्ट किया जायेगा जहां पर बोटल नेक हैं वहां पर गेट सिस्टम आरम्भ किया जायेगा, संकरे पैचों पर एक बारी में एक गाड़ी को भेजकर तभी दूसरी तरफ से दूसरी गाड़ी निकलेगी।

पार्किंग की जानकारी देते हुए बताया गया कि सबसे महत्तवपूर्ण सीतापुर व सोनप्रयाग की पार्किगें हैं, इनके अलावा काफी मिनी पार्किंग जनपद में विकसित की गयी हैं, जिनका उपयोग आवश्यकतानुसार किया जायेगा। यात्रा में यातायात तथा भीड़ के प्रेशर ज्यादा रहता है, जिससे सोनप्रयाग में यात्रियों का प्रेशर बढ़ता है, उसके लिए यात्रियों को अल्प समय के लिए बैरियरों पर रोककर यातायात संचालन करेंगे।

यातायात की ड्यूटियां सुबह से ही आरम्भ हो जाती हैं, जब हमें अलर्ट मिल जायेगा कि वहां पर भीड़ ज्यादा हो गयी है, तो उसको गुप्तकाशी, फाटा, ब्यूंगगाड़, तिलवाड़ा, काकड़ागाड़ में कुछ देर रोककर भेजेंगे, ताकि सोनप्रयाग तथा गौरीकुण्ड पर किसी भी तरह का प्रेशर न हो। इसके लिए 24 घण्टे पुलिस कन्ट्रोल रूम सक्रिय रहेगा, कितने वाहन जनपद में प्रवेश कर रहें हैं, कितने बाहर जा रहें हैं, इसका डाटा रखा जायेगा।

केदारनाथ यात्रा का प्लान

जानकारी देते हुए बताया कि इस बार की केदारनाथ यात्रा के लिए पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी को नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी गयी है। जनपद क्षेत्र में किसी भी यात्री को कोई समस्या आती है, कोई भी यात्री अपने परिजनों से बिछड़ता है उनकी सहायता के लिए पुलिस कन्ट्रोल रूम 24 घण्टे सक्रिय रहेगा।

किसी भी आपात स्थिति में 112 पर कॉल की जा सकती है। तीर्थयात्रियों की पुलिस सहायता के लिए पुलिस सहायता केन्द्र बनाए गये हैं, जो तीर्थयात्रियों को आवश्यक जानकारी प्रदान करेंगे तथा किसी को किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उसके निराकरण सम्बन्धी जानकारी भी प्रदान करेंगे। गतवर्ष की भांति इस वर्ष भी बाहरी प्रदेश से जो यात्री आते हैं, उनके लिए दिशा-निर्देश उनके स्थानीय भाषा में दिए जाने का प्रयास किया गया है।

यात्रियों को सन्देश तथा सूचनाएं देने के लिए मल्टीलिंग्वल साइन बोर्ड (मराठी, गुजराती, अंग्रेजी, हिन्दी एवं तमिल) को जनपद की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार हम तीन प्रकार के साइनेजज लगाये जा रहे हैं। जिसमे पहला जब यात्री परिवहन कर जनपद सीमा में पहुंचेगा उनको पंजीकरण करने सहित अन्य किन बातों का ध्यान रखना चाहिए की जानकारी, जनपद के मध्य भाग में पहुंचने पर आप परिवहन करेंगे उसमें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, यात्री जब आवागमन कर रहे हैं तब किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे हैलीकॉप्टर ठगी से बचाव, घोड़े खच्चरों से यात्रा करने सम्बन्धी निर्देश, मौसमानुकूल कपड़े इत्यादि साथ में रखने सम्बन्धी निर्देश तथा पैदल यात्रा मार्ग सम्बन्धी निर्देश रहेंगे।

तीसरा जो साइन बोर्ड होगा वह श्री केदारनाथ धाम के लिए होगा वहां पर भीड़ में आपको सेफ्टी कैसे रखनी है, वहां के वातावरण के अनुकूल होने के लिए या वहां पर मौसम में जो बदलाव आता है, उससे खुद को बचाव करने के लिए क्या क्या चीजें करनी है। इसी प्रकार से यदि कोई यात्री अपने परिवार से बिछड़ जाता है, तो या उसका कोई सामान खो जाता है, तो गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी ऑपरेशन मुस्कान चलाने वाले हैं, इसके लिए अलग-अलग जगह पर यात्रा मार्गों पर स्थित चौकियों में खोया पाया केन्द्रों का संचालन किया गया है, जिसमें 02 जवान लगातार मौजूद रहेंगे, तथा कोई भी यात्री अगर अपनी कोई समस्या लेकर वहां पर आते हैं तो ऑपरेशन मुस्कान के तहत उनकी समस्या का निराकरण किया जायेगा।

गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी गूगत असिस्टेंस ऐप या गूगल ट्रान्सलेटर का प्रयोग करने हेतु पुलिस बल को बताया गया है, किसी के खो जाने की स्थिति में या यात्री की अपनी भाषा में किसी से या पुलिस से सम्पर्क नहीं कर पाने की स्थिति में यह सहायतार्थ सिद्ध होगा।

धाम की पवित्रता व मर्यादा भंग करने वालों पर रखी जायेगी सतर्क दृष्टि साथ ही सोशल मीडिया की टीम भी रहेगी एक्टिव

श्री केदारनाथ धाम की मर्यादा व पवित्रता बनायी रखी जानी नितान्त आवश्यक है। अगर जिस किसी के द्वारा वहां पर अशोभनीय कृत्य, गलत रील्स इत्यादि या धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास किया जाता है, तो उसके लिए ऑपरेशन मर्यादा के तहत सम्बन्धित पर विधिक कार्यवाही की जायेगी, इसके लिए समस्त पुलिस बल को ब्रीफिंग में बताया गया है।

नशे का सेवन करने वालों, हुक्का या किसी भी प्रकार का नशा कर हुड़दंग मचाने वालों पर भी ऑपरेशन मर्यादा के तहत कार्यवाही की जायेगी। सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की भ्रामक सूचना फैलाने तथा गलत सूचना फैलाने वाले व्यक्तियों पर सोशल मीडिया मॉनिटिरिंग सैल के माध्यम से निगरानी रखी जायेगी।

नशे का कारोबार करने वाले व पशु क्रूरता करने वाले भी रहेंगे रडार पर

श्री केदारनाथ धाम यात्रा अवधि में यात्रा की आड़ में नशे का कारोबार करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। यात्रा काल में संचालित होने वाले घोड़े खच्चरों पर पशु क्रूरता के प्रकरण सामने आने पर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। इसके लिए सभी थाना प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये जा चुके हैं।

श्रद्धालुओं के साथ होने वाली ठगी पर करेंगे सटीक कार्यवाही

श्री केदारनाथ धाम यात्रा में हैलीकॉप्टर ठगी के कई प्रकरण प्रकाश में आते हैं, ठगी करने वालों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु साइबर सैल की टीम एक्टिवेट रहेगी। प्राप्त होने वाली शिकायतों पर तुरन्त कार्यवाही की जायेगी।

पुलिस कार्मिकों हेतु वैलफेयर अधिकारी की तैनाती

श्री केदारनाथ धाम ड्यूटी हेतु आये पुलिस बल का मनोबल उच्च रहे, एवं उनकी समस्याओं का निराकरण हो सके, इस हेतु जनपद के पुलिस उपाधीक्षकों को वैलफेयर अधिकारी नामित किया गया है, जो कि साप्ताहिक रिपोर्ट उपलब्ध करायेंगे।

श्रद्धालुओं के साथ अभद्र व्यवहार रहेगा अक्षम्य

ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस बल हो चाहे यात्रा व्यवस्था में लगे लोग हों अथवा किसी व्यवसाय में लगे लोग हों, श्रद्धालुओं के साथ की जाने वाली अभद्रता किसी भी दशा में क्षम्य नहीं होगी। चूंकि श्रद्धालु देश भर के हरेक कोने से यहां पर आते हैं तथा यहां का अच्छा व बुरा अनुभव जो भी उनको मिले लेकर वापस जाते हैं, ऐसे में हमारे स्तर से सभी को ब्रीफ किया गया है कि श्रद्धालुओं के साथ मृदु व्यवहार करेंगे। श्रद्धालुओं के साथ गलत आचरण को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

अन्त में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जनपद पुलिस के हरेक कार्मिक का मनोबल ऊॅंचा है व प्रत्येक कार्मिक अपनी ड्यूटी को सही ढंग से करने हेतु प्रतिबद्ध है। एक बार फिर से सभी के द्वारा सहयोगात्मक एवं सेवाभाव से इस वर्ष की केदारनाथ धाम की यात्रा में अपना योगदान दिया जायेगा।

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