देहरादून स्थित एसडीसी फाउंडेशन 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस पर कई अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर बड़े स्तर पर सामूहिक कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। इस मौके पर अनेक विश्वविद्यालयों, स्कूलों और अन्य संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने यह जानकारी दी।
इस वर्ष विश्व पृथ्वी दिवस की थीम ‘”ग्रह बनाम प्लास्टिक” है। यह थीम प्लास्टिक के कारण धरती पर मंडरा रहे गंभीर खतरे के प्रति आगाह करती है। इसके साथ ही प्लास्टिक का उपयोग और उत्पादन कम करने और जागरूकता फैलाने के लिए वैश्विक आंदोलन खड़ा करने का भी संदेश देती है।
अनूप नौटियाल ने कहा कि एसडीसी फाउंडेशन पिछले काफी समय से प्लास्टिक वेस्ट को लेकर धरातल पर कार्य कर रहा है। विश्व पृथ्वी दिवस 2024 की “ग्रह बनाम प्लास्टिक” थीम को वे उत्तराखंड में प्लास्टिक नियंत्रण के क्षेत्र में एक सामूहिक अवसर के रूप में देख रहे हैं।
इसे ध्यान में रखते हुए विश्व पृथ्वी दिवस वृहद तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि सामूहिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, देहरादून छावनी परिषद, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, भारतीय वन्य जीव संस्थान और होप टाउन स्कूल इन कार्यक्रमों में मुख्य सहयोगी होंगे। इसके अलावा 20 से अधिक सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में भी कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। उन्होंने सभी संस्थाओं और स्कूलों को कार्यक्रम को वृहद् बनाने में आभार व्यक्त किया।
अनूप नौटियाल के अनुसार स्कूली बच्चों को प्लास्टिक के खतरे के प्रति जागरूक करने और प्लास्टिक नियंत्रण के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई स्कूलों में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इन कार्यक्रमों के जरिये सिंगल यूज प्लास्टिक कलेक्शन भी किया जाएगा। एकत्र होने वाले प्लास्टिक को एसडीसी फाउंडेशन के प्लास्टिक वेस्ट सेग्रीगेशन सेंटर में पहुंचाया जाएगा और रीसाइक्लिंग की व्यवस्था की जाएगी। प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को एसडीसी फाउंडेशन की ओर से पुरस्कृत भी किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में फाउंडेशन की ओर से प्लास्टिक को लेकर कई कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। हाल ही में एयर क्राफ्ट बनाने वाली दुनिया की अग्रणी कंपनी एयरबस के साथ एसडीसी फाउंडेशन ने देहरादून में 300 प्लास्टिक बैंक स्थापित करने का समझौता किया है। इस समझौते के तहत अब तक 100 से ज्यादा प्लास्टिक बैंकों की स्थापना कर दी गई है। आने वाले दिनों में और प्लास्टिक बैंक स्थापित किये जा रहे हैं। इन प्लास्टिक बैंक में एकत्रित होने वाले प्लास्टिक वेस्ट को सेग्रिगेट करने के बाद आईआईपी और देहरादून छावनी परिषद में रिसाइकिल करने के लिए भेजा जाता है।