सीपीएम का 16वां जिला सम्मेलन संपन्न – भारत बन्द के समर्थन सहसपुर में रैली निकाली
डीबीएल डेस्क/देहरादून।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी)का 16वां दो दिवसीय जिला सम्मेलन बढ़ती साम्प्रदायिकता, जनसमस्याओं और केंद्र सरकार की कारपोरेटपरस्त नीतियों के खिलाफ बडे़ जन आन्दोलन विकसित करने के संकल्प और 27 को भारत बंद के समर्थन के साथ सम्पन्न हो गया। संगठन के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए सम्मेलन में जिला समिति का गठन भी किया गया।
भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी के सम्मेलन में केंद्र सरकार की साम्प्रदायिक तथा कारपोरेट परस्त, जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष के लिये जन आन्दोलन चलाये जाने के साथ ही मंहगी शिक्षा, मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर संघर्ष का निर्णय लिया गया। सम्मेलन में दलित, अल्पसंख्यक तथ्य महिलाओं के उत्पीड़न तथा अपराध के विरोध में आवाज बुलंद करने और किसान कानूनों तथा मजदूर विरोधी कानूनों के खिलाफ एवं आशा, आंगनबाड़ी, भोजनमाताओं के अधिकारों की लड़ाई लड़ने की बात पर भी सहमति जताई गई। इस दौरान नागरिक सुविधाओं पर जोर देने की बात के और बिगड़ती कानून व्यवस्था को ठीक करने की पुरजोर से मांग की गई। एकमत से सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था सस्ता और सुलभ करने की बात पर भी पुरजोर आवाज बुलंद करने की बात कही गई।
कामरेड राजेन्द्र पुरोहित को जिला सचिव का पदभार:
सम्मेलन में 17सदस्यीय जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया। जिलासचिव के पद पर कामरेड राजेन्द्र पुरोहित को सर्वसम्मति से जिम्मेदारी सौंपी गई। सचिव मण्डल में कमरूद्दीन, अनन्त आकाश, लेखराज, माला गुरूग, किशन गुनियाल, शम्भू प्रसाद ममगाईं को चुना गया।जिलाकमेटी में कामरेड शेरसिंह, सुधादेवली, भगवन्त पयाल, सुन्दर थापा, नुरैशा अंसारी, याकूब अली, गगन गर्ग, पुरूषोत्तम बडोनी, रंजन सोलंकी, हिमांशु चैहान, चुने गये। स्थायी आमन्त्रित सदस्यों में कामरेड अमर बहादुर शाही, विनोद खण्डूरी, जानकी चैहान, रजनी गुलेरिया, इन्देश नौटियाल को चुना गया।
दो दिवसीय सम्मेलन में उदय राम मंमगाई, राजकुमार बस्नेत, रजनी गुलेरिया, हिमान्शु, सुप्रिया भण्डारी ,गगन गर्ग, मोनिका,रविन्द्र नौडियाल, सीमा लिंगवाल, नवीन, दयाकृष्ण, चन्दन, पीयूष शर्मा, विजय भट्ट कामरेड एनएस पंवार आदि ने प्रतिभाग किया। सम्मेलन के समापन अवसर पर राज्य सचिव कामरेड राजेन्द्र सिंह नेगी, प्रर्वेक्षक सुरेंद्र सजवाण, इन्दु नौडियाल, शिवप्रसादेवली, अनन्त आकाश लेखराज माला गुरूंग शेरसिंह कामरेड कमरूद्दीन आदि ने विचार व्यक्त किये ।