लाॅक डाउन # बेसहारा गोवंश को खाना-पानी दे रहे टीम अभिव्यक्ति के कार्यकर्ता
डीबीएल डेस्क/ चमोली / घाट: 01 जून, 2021
“इंसान तो बोलकर मदद मांग सकता है लेकिन बेसहारा बेजुबान तो सामान्य दिनों में भी प्रकृति और इंसानों पर निर्भर रहते हैं। “
कोरोना संक्रमण काल में लाॅक डाउन के दौरान सड़क पर बेसहारा घूमने वाले गोवंश की भूख और पीड़ा को समझकर टीम अभिव्यक्ति के कार्यकर्ता उन्हें खाना-पानी देकर सेवा के पुण्य कार्य को अंजाम दे रहे हैं।
लाॅक डाउन के दौरान चमोली जिले के घाट ब्लाॅक में सड़क पर जीवन यापन करने वाले बेसहारा बेजुबानों की भूख की पीड़ा को देखकर टीम अभिव्यक्ति के घनश्याम मैंदोली और गंभीर सिंह नेगी ने उनके भोजन की व्यवस्था के लिए एक नायाब मुहिम चलाई हुई है। उन्होंने क्षेत्र में रहने वाले लोगों के घर-घर जाकर उनसे फल और सब्जियों के छिलके और बचा हुआ भोजन फेंकने की जगह उन्हें देने का अनुरोध किया। वे हर रोज स्वयं लोगों के घरों में जाकर भोजन एकत्र करते हैं और गोवंश के साथ अन्य बेजुबानों का पेट भर रहे हैं।
घनश्याम मैंदोली का कहना है कि करीब दो माह से वह बेसहारा गोवंश के भोजन और पानी की व्यवस्था करना उनकी दिनचर्या का हिस्सा बना हुआ है। वह कहते हैं कि इंसान तो बोलकर मदद मांग सकता है लेकिन बेसहारा बेजुबान तो सामान्य दिनों में भी प्रकृति और इंसानों पर निर्भर रहते हैं। मैंदोली यह भी कहते हैं कि बेजुबानों की सेवा कर मन को शांति मिलती है।