सवाल : क्या एड्स की रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम ही काफी ?
पंकज भार्गव
1 दिसंबर को हर साल विश्व एड्स दिवस के मौके पर पूरे विश्व में इस बीमारी से बचाव के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। वर्ष 2020 के आंकड़ों के अनुसार एड्स की बीमारी से दुनियाभर में छह लाख अस्सी हजार लोगों की मौत हो गई। एक साल में इतनी मौतें होने के बावजूद कई साल गुजरने के बावजूद इस बीमारी के उपचार का टीका अभी तक नहीं बन पाया है। उत्तराखंड राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के बयान के अनुसार आज भी उनके प्रदेश में करीब 4800 लोग एचआईवी संक्रमित हैं।
कोविड 19 बीमारी के आने के बाद कुछ महीनों में ही इस बीमारी से बचाव के लिए टीके की खोज कर ली गई। जबकि एड्स की बीमारी की रोकथाम के लिए विश्व स्तर पर भारी निवेश किया जाता रहा है लेकिन केवल जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर इतिश्री कर लिया जाना हमारे देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के राजनैतिक पटल के लिए एक सवालिया निशान है। क्या एड्स की रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम ही काफी हैं ?