संस्कृति एवं संभ्यता
जौनसार बावर में बूढ़ी दिवाली पर्व का उल्लास
डीबीएल संवादसूत्र / साहिया
दीपावली के ठीक एक माह बाद मनाई जाने वाली जौनसार बावर क्षेत्र की बूढ़ी दिवाली पर्व की अपनी अलग ही पहचान है। हर साल की तरह इस बार भी पांच दिनों तक मनाये जाने वाले इस पर्व की शुरूआत परंपरागत तरीके हो गई है।
जौनसार में बूढ़ी दिवाली का आगाज होते ही गांवों के पंचायती आंगन में लोक संस्कृति की छटा बिखर उठी है। मेहमानों के लिए च्यूडा, मूढी, अखरोट आदि विभिन्न प्रकार के व्यजंन और ढोल दमाऊ की थाप पर नृत्य करते ग्रामीण अपनी संस्कृति और भाईचारे की मिसाल को आगे बढ़ाते नजर आ रहे हैं।