43 घंटे 38 मिनट चला विस सत्र, छह प्रस्ताव हुए पारित

देहरादून। उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष, प्रेम चन्द अग्रवाल ने शुक्रवार को मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि चतुर्थ विधान सभा के बजट सत्र में कुल सात विधेयक पारित हुए जबकि उत्तराखण्ड आवासीय विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2017 पुनःस्थापित किया गया। कुल छह विधेयक सदन के पटल पर रखे गये। इस बजट सत्र में कुल 690 अल्पसूचित प्रश्न विधान सभा को प्राप्त हुये। चतुर्थ विधान सभा का बजट सत्र सदन में कुल 43 घंटे 38 मिनट तक संचालित हुआ।
गौरतलब है कि 08 जून से 15 जून, 2017 तक संचालित हुए विधान सभा सत्र की कार्यवाही के बारे में बताते बताते हुए विस अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल ने कहा है कि विस का यह बजट सत्र शांतिपूर्वक संचालित होने के साथ-साथ ऐतिहासिक भी रहा। उन्होंने कहा है कि 11 जून, 2002 को 11 घंटे 11 मिनट तक कार्यवाही संचालित हुई थी। जबकि 15 जून, 2017 को 11 घंटे 25 मिनट तक कार्यवाही का संचालन हुआ। कुल मिलाकर चतुर्थ विधान सभा के बजट सत्र में 43 घंटे 38 मिनट तक सत्र की कार्यवाही संचालित हुई। जबकि उत्तराखण्ड निर्माण के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि मात्र 1 घंटा 30 मिनट तक सदन की कार्यवाही बाधित हुई। उत्तराखण्ड विधान सभा के इतिहास में पहली बार रात के 11 बजकर 50 मिनट तक सदन कार्यवाही संचालित हुई। अग्रवाल ने बताया कि इस बजट सत्र के दौरान कुल छह विधेयक पारित हुए।
विस अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि सत्र के दौरान जिस प्रकार पुराने माननीय सदस्यों ने अपने अनुभव के आधार पर सत्र को संचालित करने में अपना सहयोग दिया। ठीक उसी प्रकार विधान सभा में नये माननीय सदस्यों ने अत्यन्त उत्सुकता के साथ विधान सभा कि कार्यवाही संचालन में भाग लिया।
Key words : Uttarakhand, Dehradun, 4th Vidhan Sabha satra,