मोरी ब्लॉक के सौंनी गांव में आग का कहर – 46 भवन हुए राख, 100 से अधिक मवेशी मरे
शान्ति टम्टा
बड़कोट/उत्तरकाशी। गुरुवार देर रात को मोरी ब्लॉक के सौंनी गांव में अचानक हुए भीषण अग्निकांड से गांव के 46 भवन आग की चपेट में आ गए। अग्निकांड के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हादसे में गांव के 40 भवन पूरी तरह ओर 6 आंशिक रूप से जल कर राख हो गए हैं। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की राहत और बचाव टीम मौके पर पहुंची। जिलाधिकारी आशीष चौहान ने ग्रामीणों से बातचीत कर आग की चपेट में आये मकानों का जायज़ा लिया। उन्होंने कहा कि अग्निकांड प्रभावितों की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन की ओर से शिविर लगाकर प्रभावितों की जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
उत्तरकाशी के मोरी विकासखंड के अंतर्गत सौंनी गांव में गुरूवार देर रात हुए अग्निकांड से ग्रामीणों के आशियाने आग की भेंट चढ़ने के साथ ही करीब सौ से अधिक मवेशियों की भी मौत हो गई है। दूरस्थ और दुर्गम इलाका होने के कारण प्रशासन की ओर से राहत कार्य पहुंचने तक ग्रामीणों के भवन आग की भेंट चढ़ गए। मुख्यालय से करीब 200 किमी दूरी पर स्थित सौंनी गांव हिमाचल प्रदेश की सीमा से लगा है।
गांव में आग के फैलते ही पूरे हर तरफ चीख-पुकार मच गई। गईं। अधिकतर भवन लकड़ी के बने होने के कारण आग बुझाने में ग्रामीणों के सभी प्रयास असफल रहे। सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम बचाव व राहत के साथ मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो गया था। जिला प्रशासन की ओर से प्रभावित ग्रामीणों के लिए खानेपीने की वस्तुओं, दवाई, टैंट, पेयजल के अलावा अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रेड क्रॉस, एसडीआरएफ और स्थानीय एनजीओ भी ग्रामीणों की मदद को आगे आई हैं। आपदा राहत कोष की से 1 लाख 52 हजार रुपये की मदद पहले दिन ही सौंनी गांव को दी गई है। स्थानीय विधायक की ओर से 10 लाख रुपये गांव वालों को सहायता प्रदान की गई ।