डेंगू का प्रकोप : दून में बकरी के दूध के लिए मची मारामारी
देहरादून/डीबीएल ब्यूरो। दून में लगातार हो रही बारिश और मौसम के बदलाव से डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार बीते सोमवार तक दून में 25 लोगों में डेंगू के बुखार की पुष्टि हुई है। अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ ही दून में बकरी के दूध के लिए भी मारामारी मच रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दून के रायपुर क्षेत्र में अभी तक सबसे अधिक 56 डेंगू के मरीज पाए गए हैं। सोमवार को रायपुर इलाके से 18 मरीजों में डेंगू के लक्षणों की पुष्टि पाई गई। इस बीमारी के प्रकोप से निपटने के लिए जहां नगर निगम ने साफ-सफाई और फाॅगिंग पूरे जोर से करनी शुरू कर दी है वहीं सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार मरीजों के परिजन बकरी के दूध के लिए परेशान देखे गए। रायपुर क्षेत्र में बकरी पालकों के यहां लोग लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए।
बकरी का दूध और डेंगू -:
बकरी के दूध से बहुत फायदे हैं खासकर डेंगू में। औषधीय गुणों के कारण यह विशेष गंध वाला होता है। डेंगू के लिए तो यह रामबाण ही है। दरअसल बकरियां जंगल में औषधीय पौधों को ही अपना आहार बनाती हैं और उनके दूध में इसकी सुगंध हो जाती है। इस दूध में औषधीय गुणों की मात्रा भी बहुत होती है। बकरी का दूध मधुर, कसैला, शीतल, ग्राही, हल्का, रक्त-पित्त, अतिसार, क्षय, खांसी एवं बुखार को दूर करता है। डेंगू बुखार के दौरान बकरी के दूध की उपयोगिता साबित हुई है।
डेंगू से बचने के लिए बकरी के दूध के अलावा अपने आसपास की सफाई का विशेष ध्यान दें। अगर इस मौसम में आपको बुखार भी हो तो चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें।