उत्तराखंड

नौ सूत्रीय मांगों को लेकर दून में धरने पर बैठे दिव्यांगजन

देहरादून। राष्ट्रीय विकलांग अधिकार एवं कर्तव्य मंच ने अपनी नौ सूत्रीय मांगों के निदान के लिए अपना आंदोलन शुरू कर दिया है। इस दौरान उन्होंने धरना स्थल पर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। सचिवालय कूच करने पर पुलिस ने उन्हें वहीं धरना स्थल पर ही रोक लिया।

दिव्यांगों ने तीन दिसम्बर को राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस का विरोध करने का निर्णय लिया और कहा कि जब तक उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन को जारी रखा जायेगा। धरना स्थल पर प्रदेश अध्यक्ष अमित डोभाल के नेतृत्व में एकत्र हुए और वहां पर अपनी नौ सूत्रीय मांगों के निदान के लिए राजधानी में अपना आंदोलन शुरू कर दिया है और इस दौरान उन्होंने धरना स्थल पर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया और बाद में सचिवालय कूच किया, जिन्हें पुलिस ने बैरीकैडिंग लगाकर रोक लिया। इस बीच कुछ दिव्यांगों ने आगे बढने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढने दिया और दिव्यांग वहीं पर धरने पर बैठ गये। वहीं दिव्यांगों ने तीन दिसम्बर को राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस का विरोध करने का निर्णय लिया और कहा कि जब तक उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन को जारी रखा जायेगा।

धरना स्थल पर वक्ताओं ने कहा है कि दिव्यांग पेंशन कम से कम साढे तीन हजार रूपये मासिक किये जाने की आवश्यकता है और जिसमें साठ फीसदी दिव्यांग को कम से कम पांच हजार मासिक पेंशन किये जाने की आवश्यकता है। उनका कहना है कि सभी विभागों में दिव्यांग कोटे के रिक्त पदों पर विशेष भर्ती अभियान के तहत दिव्यांग बैकलॉग भर्ती खोली जाये। दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए सभी स्कूलों में विशेष शिक्षकों की नियुक्ति की जाये।

उनका कहना है कि ऐसी महिलायें व पुरूष जिनका जीवन साथी दिव्यांग होन के कारण कठिन समस्याओं में जी रहे है उनके रोजगार की व्यवस्था की जायेगी और प्रदेश की राजधानी में उत्तराखंड दिव्यांग भवन बनाया जाये जिसमें प्रदेश के दिव्यांग जनों को ठहरने की व्यवस्था के साथ कार्यक्रम एवं बैठके करने की व्यवस्था हो और भवन का संचालन दिव्यांगों द्वारा ही हो। उनका कहना है कि सशक्त राज्य दिव्यांग कल्याण कमेटी का गठन कमेटी के अध्यक्ष उपाध्यक्ष सदस्य दिव्यांग ही हो। एससी एसटी की तर्ज पर शैक्षिक योग्यता में पांच फीसदी अंकों की विशेष छूट दिव्यांग जन को ही मिले। उनका कहना है कि दिव्यांग जनों के जीवन यापन हेतु निजी व्यवस्था के लिए जीरो फीसदी ब्याज पर सरलता पूर्वक बगैर गारंटर के ऋण मिले जिससे वह अपना जीवन यापन कर सके। एक ही परिवार में अगर एक से अधिक दिव्यांग है या पति या पत्नी दोनों ही दिव्यांग हो तो उनको विशेष सहायता मिलनी चाहिए। उनका कहना है कि इस ओर शीघ्र ही कार्यवाही नहीं की गई तो आंदोलन के साथ ही अनिश्चितकालीन धरना आरंभ किया जायेगा।

इस अवसर पर धरना प्रदर्शन एवं सचिवालय अमित डोभाल, अपूर्व नौटियाल, चन्द्रमोहन सिंह, सरोज नेगी, संजय बंगारी सहित अन्य दिव्यांग मौजूद थे।

Key Words : Uttarakhand, Dehradun, Diyangjan , Demands,  Dharna

 

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