दून के वर्तेश कुलासरी ने निभाई पारिवारिक परम्परा – लेफ्टिनेंट बनकर लिया देश रक्षा का संकल्प
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से अपना प्रशिक्षण पूरा कर देहरादून की डिफेंस कॉलोनी निवासी वर्तेश कुलासरी ने लेफ्टिनेंट बनकर पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। उत्तराखण्ड से कुल 33 युवा अफसर बनकर देश की सेवा करेंगे। इस बार पूरे देश से 383 युवा अफसर प्रशिक्षण पूरा कर पासिंग परेड में अब शामिल हुए और उन्होंने देश की आन-बान-शान की रक्षा का संकल्प लिया।
शनिवार को आईएमए से प्रशिक्षण पूरा करने वाले युवा अफसरों में देहरादून के डिंफेस कॉलोनी निवासी वर्तेश कुलासरी भी हैं जिन्होंने लेफ्टिनेंट अफसर बनकर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। वर्तेश ने पहली बार में ही एनडीए की परीक्षा पास कर ली थी। वर्तेश को बचपन से ही सेना में जाने का शौक था क्योंकि उनके पिता विजय कुलासरी जो कि सेना में कर्नल के पद पर वर्तमान में शिंलोंग में अपनी सेवाऐं दे रहे हैं। उनके दादा जी भी सेना में अफसर रहे थे। बचपन से ही घर में आर्मी वाला माहौल देखकर उन्होंने निर्णय लिया कि वे भी परिवार की परम्परा को निभाते हुए देश की रक्षा करेंगे।
लेफ्टिनेंट वर्तेश के पिता कर्नल विजय कुलासरी ने कहा कि मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि परिवार की परम्मपरा को उनका बेटा आगे ले गया और सेना में जाकर देश की सेवा करेगा। माता दीपा कुलासरी कहती हैं कि वह बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में अच्छा रहा है। वर्तेश की स्कूली शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल देहरादून से हुई है। वर्तेश की छोटी बहन प्रेरक्षा कुलासरी एसआरएम चेन्नई से बीटेक कर रही हैं।
भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पासिंग परेड के अवसर पर उनके नाना मोहन प्रसाद बहुगुणा, नानी दर्शनी देवी बहुगुणा, मामा विमल कांत बहुगुणा, बुआ सुचिता उनियाल, बिमला बुड़ाकोटि सहित परिवार के लोग मौजूद थे।
पीआरएसआई चैप्टर देहरादून के सचिव अनिल सती ने अपने छोटे भाई वर्तेश की सफलता पर पूरे पीआरएसआई चैप्टर देहरादून की तरफ से उन्हें बधाई दी।
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