उत्तराखंड में 13 नए पर्यटन स्थल बनाने को हरी झंडी
उत्तराखंड में नए पर्यटन स्थलों को तलाशने की मुहिम को आगे बढ़ाने में त्रिवेंद्र सरकार को अहम सफलता हाथ लगी है। इस परियोजना के लिए उत्तराखंड को 1200 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद देने के लिए शंघाई स्थित न्यू डेवलपमेंट बैंक सहमत हो गया है। केंद्र सरकार ने भी लोन के लिए राज्य के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखा दी है। राज्य सरकार ने उत्तराखंड के मौजूदा पर्यटन स्थलों से इतर नए शहर विकसित करने के लिए ‘13 डिस्ट्रिक्ट-13 डेस्टिनेशन’ योजना का खाका बुना है। इसके तहत हरेक जिले में एक-एक नए पर्यटन स्थल का विकास होना है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर भारी-भरकम खर्च भी आना तय है। लोन के लिए शंघाई स्थित न्यू डेवलपमेंट बैंक के सहमत हो जाने पर उत्तराखंड सरकार जल्द ही इस पर औपचारिक करार करेगी। इसके बाद पूरी परियोजना पर जमीनी काम शुरू हो सकेगा। सभी जगह 13 नए स्थल पहले ही चयनित किए जा चुके हैं।
नए साल पर उम्मीद
चिन्यालीसौड़ और गौचर हेली सेवा इसी महीने बुधवार को दून में उत्तरांचल प्रेस क्लब की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे सूचना एवं नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि देहरादून से चिन्यालीसौड़ और गौचर के बीच हेलीकॉप्टर सेवा इसी माह शुरू होने की उम्मीद है। दोनों जगह हवाई पट्टियों पर जरूरी सुविधाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
श्रीनगर-पाबौ में हवाई पट्टी पर विचार
सचिव जावलकर ने यह भी बताया कि सरकार को चौखुटिया, श्रीनगर, पाबौ में नई हवाई पट्टी विकसित करने के प्रस्ताव भी मिले हैं। इन पर विचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि पंतनगर हवाई अड्डे के विस्तार के भी कई विकल्पों पर काम जारी है। चूकि, यहां हवाई पट्टी के विस्तार की बहुत अधिक संभावनाएं नहीं हैं, इसलिए प्राप्त सभी प्रस्तावों पर विचार हो रहा है।
नए पर्यटन स्थल विकसित करने को बजट का इंतजाम जरूरी है। उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए नई हवाई पट्टियों के विकास पर जोर दिया जा रहा है। इससे हवाई सम्पर्क सुधरेगा और इसका फायदा पर्यटन के रूप में मिलेगा।