बड़कोट-कंसेरू सड़क निर्माण में हो रही घोर लापरवाही
सचिन रावत
बड़कोट। पीएमजीएसवाई योजना के तहत बड़कोट-कंसेरू मोटर मार्ग पिछले चार साल से विभागीय लापरवाही का दंश झेल रहा है। मार्ग निर्माण में हो रही घोर लापरवाही का आलम यह है कि विभागीय नियमों की अनदेखी कर उक्त निर्माण कार्य के लिए नियुक्त ठेकेदार द्वारा यह कार्य किसी अन्य से कॉन्ट्रेक्ट में करवाया जा रहा है।
साल 2012 दिसम्बर माह में बड़कोट-कंसेरू नौ किलोमीटर मोटरमार्ग को तीन करोड़ की लागत से निर्मित किए जाने की पीएमजीएसवाई योजना के तहत स्वीकृति मिली थी। मार्ग निर्माण के साथ कंटिंग, स्कवर, पैराफिट, दीवारों का निर्माण कार्य होना है। ग्रामीणों का आरोप है कि लंबा समय बीत जाने के बावजूद निर्माण आधा-अधूरा ही पड़ा है। उनका कहना है कि विभाग सिर्फ पैसा खपाने का कार्य कर रहा है जो भी निर्माण कार्य किये जा रहे हैं गुणवत्ता विहीन किये जा रहे हैं। जिस ठेकेदार को विभाग ने सड़क निमार्ण कार्य दिया गया है उसके द्वारा ठेके पर अन्य ठेकेदार से यह कार्य करवाया जा रहा है, जिससे मानकों की पूरी तरह से अनदेखी की जा रही है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि ठेकेदार और विभाग की मिलीभगत के चलते चार साल से सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है जबकि विभागीय अनुबंध के अनुसार यह कार्य पिछले साल 2016 दिसंबर माह में पूरा हो जाना चाहिए था।
मार्ग निर्माण में लापरवाही का आलम यह है कि विभाग द्वारा डम्पिंग जोन दिये जाने के बाद भी मलबा मनमाने तरीके से जगह-जगह बिखेरा जा रहा है आलम यह है कि वन विभाग की मंजूरी के विपरीत वन संपदा को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। मामले में क्षेत्र पंचायत सदस्य अरविन्द राणा का कहना है कि विभाग ने ठेकेदार को ढाई करोड़ से ज्यादा का भुगतान भी कर दिया है जब कि निर्माण कार्य अभी भी अधर में लटका हुआ है। उप जिलाधिकारी बड़कोट रोहित मीना ने कहा है कि निर्माण कार्य का निरीक्षण कर जांच की जायेगी यदि कोई गड़बड़ी पायी गयी तो ठेकेदार और विभाग के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
Key Words : Uttarakhand, Uttarkashi, Barkot, Badkot-Kanceru Road, Negligence