बच्चे सुरक्षित तो होगा देश सुरक्षित : कैलाश सत्यार्थी

कैलाश सत्यार्थी की भारत यात्रा का पहुंची दून :
देहरादून। बाल मजदूरी, बाल अपराध के खिलाफ देश व्यापी आंदोलन को लेकर नोबल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी अपने सहयोगियों के साथ 11 सितंबर से भारत यात्रा पर निकले हुए हैं। भारत यात्रा के उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पहुंचने पर प्रदेश सरकार की ओर से वित मंत्री प्रकाश पंत सहित सामाजिक सरोकारों से जुड़े लोगों ने यात्रा का स्वागत किया। इस दौरान दून की ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
शुक्रवार को भारत यात्रा के दून पहुंचने पर आयोजित कार्यक्रम में स्वामी चिदानंद सरस्वती के साथ प्रदेश के वित्त मंत्री प्रकाश पन्त और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के साथ भारी संख्या में छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस मौके पर कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि भारत यात्रा को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है उन्होंने कहा कि बच्चे सुरक्षित होंगे तो देश सुरक्षित होगा। भारत यात्रा के सहभागी एक छात्र ने कार्यक्रम में अपनी आपबीती भी सुनाई। उन्होने बताया कि किस तरह से वह बाल मजदूरी से मुक्त हुआ। कार्यक्रम के बसउ भारत यात्रा ऋषिकेश के लिए रवाना हो गई।
एंटी ट्रैफिकिंग लॉ बनाने की जरूरत: सत्यार्थी :
कैलाश सत्यार्थी ने मांग उठाई कि बाल अपराध के मामलों के लिए सभी जिलों में विशेष कोर्ट बनना चाहिए क्योंकि बाल अपराध के हजारों मामले देश की अदालतों में लंबित चल रहे हैं। जिसके चलते अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हो पा रहीं हैं। कैलाश सत्यार्थी का कहना हैं कि हर 8 मिनट में एक मासूम लापता हो रहा है ऐसे में एंटी ट्रैफिकिंग लॉ बनाने की जरूरत है।
11 लाख लोग ले चुके हैं बाल अपराध के खिलाफ लड़ने की शपथ :
कैलाश सत्यार्थी ने यह भी कहा कि लोगों को बाल अपराध के बारे में जागरुक होने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान अभी तक करीब 11 लाख लोग बाल अपराध के खिलाफ लड़ने के लिए शपथ ले चुके हैं। भारत यात्रा अभी तक 10 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी है।
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