मंत्री रेखा आर्य की अगुवाई में “मुझे भी जन्म लेने दो” कांवड यात्रा सम्पन्न हुई
डीबीएल संवाददाता / देहरादून ।
साल 2025 तक उत्तराखंड में बाल लिंगानुपात को समान करने के लिए प्रदेश की महिला एवं बाल विकास, खाद्य नागरिक आपूर्ति, खेल और युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्य की अगुआई में हरिद्वार की हरकी पैड़ी से शुरू हुई संकल्प कांवड यात्रा “मुझे भी जन्म लेने दो” का समापन वीरभद्र महादेव मंदिर ऋषिकेश में किया गया।
हर की पौड़ी से नंगे पांव वीरभद्र महादेव मंदिर ऋषिकेश तक संकल्प कांवड यात्रा “मुझे भी जन्म लेने दो” के समापन पर मंत्री रेखा आर्य ने यात्रा में सहभागी बनीं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों एवं जनमानस को संबोधित करते हुए कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इसके लिए विभाग द्वारा संपूर्ण राज्य एवं देश में “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” का संदेश देने हेतु विभाग द्वारा इस कावंड यात्रा का आयोजन किया गया। उन्होंने यात्रा को सफल बनाने हेतु आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि हमने यात्रा के पड़ाव में संकल्प लिया कि बेटी के जन्म से उसको नैतिक सहायता उपलब्ध कराने तथा निश्चय किया कि आंगनबाड़ी केन्द्र बालिकाओं को बचाने आगे बढाने के लिए पूर्ण जिम्मेदारी के साथ तैयार होकर कार्य करेगा। साथ ही कहा कि उत्तराखण्ड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है, आगे इसे देव और देवीयों की भूमि के नाम से जाना जाएगा। इस देवभूमि से संकल्प लेना है कि बेटियों को बचाने एवं उनका सशक्तिकरण करते हुए उन्हें आगे बढ़ाना है। उन्होंने अगले तीन वर्ष में लिंगानुपात को प्रति 1000 बालकों पर 1000 बालिकाएं करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त के लिए सहयोग की अपेक्षा की।
लिंगानुपात जांच की सूचना देने पर मिलेंगे 10 हजार :
मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि बेटियों का ग्राफ बढ़ाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ती को अपना योगदान देना होगा। उनके कार्यक्षेत्र में यदि गर्भवती यदि लिंगानुपात की जांच करायी जा रही हो तो इसकी सूचना दें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा और उन्हें 10 हजार की धनराशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी।