उत्तराखंड स्टेट फुटबाल रेफरी एसोसिएशन एवं दून फुटबाॅल एकेडमी की मान्यता पर फर्जीवाड़े का आरोप

देहरादून। जिला फुटबाल संघ के कार्यकारी सचिव उस्मान खान ने कहा है कि उत्तराखंड स्टेट फुटबाल रेफरीज एसोसिएशन एवं दून फुटबाल एकेडमी कहीं से भी मान्यता प्राप्त नहीं है। इस प्रकार के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
सोमवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उस्मान खान ने कहा कि उत्तराखंड स्टेट फुटबाल एसोसिएशन के अंतर्गत रेफरीज की एक सब कमेटी होती है और अखिल भारतीय फुटबाल संघ में भी अलग से कोई रेफरीज एसोसिएशन नहीं होती है। अखिल भारतीय फुटबाल संघ के नियमानुसार जिला फुटबाल संघ में भी एक रेफरी की सब कमेटी होती है जिसमें चेयरमैन जिले की प्रतियोगिताओं में रेफरीज की नियुक्ति की जाती है। जो मैचों का संचालन करते है। उत्तराखंड स्टेट फुटबाल रेफरीज एसोसिएशन एवं दून फुटबाल एकेडमी कहीं से भी मान्यता प्राप्त नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि दून फुटबाल एकेडमी के लेटर हैड पर वीएस रावत का जिक्र किया गया है जो पूर्ण रूप से गलत है। उन्होंने कहा कि वीएस रावत द्वारा खिलाडियों एवं अन्य संस्थाओं को भ्रमित कर उत्तराखंड स्टेट फुटबाल रेफरीज एसोसिएशन द्वारा मनमाने ढंग से कार्य किया जा रहा है जो कि नियम विरूद्ध है। जिला एवं स्टेट एसोसिएशन इसको मान्यता नहीं देते है।
खान ने कहा कि 2013 में वीएस रावत को जिला फुटबाल संघ से सस्पेंड किया जा चुका है और इस वर्ष सितम्बर माह से रावत को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि जिला फुटबाल लीग पवेलियन ग्राउंड में चल रही है और जिसमें 12 टीमें प्रतिभाग कर रही हैं। 28 अक्टूबर को लीग का फाइनल मैच खेला जाएगा।
इस अवसर पर गुरूचरण सिंह, लक्ष्मण सिंह ठाकुर, मोहसिन खान, गोविन्द सिंह, सतीश कुलाश्री, अभिरूचि गुरूंग, संजय चंदोला, बी एस रावत, तेजेन्द्र गुरूंग, राकेश बलूनी, वीरेन्द्र रतूडी, अजय कार्की, रमेश राणा आदि मौजूद थे।
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