एसपी रुद्रप्रयाग ने लद्दाख में शहीदों को दी श्रद्धांजलि
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने लद्दाख स्थित हॉट स्प्रिंग के पुलिस शहीद स्थल पर शहीदों को सलामी देकर श्रद्धांजलि दी। पुलिस स्मारक पर हर वर्ष राज्य पुलिस एवं पैरा मिल्ट्री फोर्स के संयुक्त दल द्वारा हॉट स्प्रिंग के शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी जाती है। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस से एक पुलिस कर्मी का चयन होता है। इस बार रुद्रप्रयाग जिले के एसपी पीएन मीणा का चयन किया गया।
पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि 21 सितम्बर 1959 को उच्च हिमालय क्षेत्र लद्दाख हॉट स्प्रिंग में सीआरपीएफ की एक टुकड़ी के दस जवानों ने चीनी सेना को भारतीय सीमा में आने से रोकते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। आज यहां पर भारतीय सेना के जवान तैनात रहकर सीमा की रक्षा कर रहे हैं। यह स्थान लेह से करीब दो सौ किलोमीटर आगे भारत-चीन सीमा पर करीब सोलह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
हॉट स्प्रिंग पर जाने के लिए 18 से बीस हजार फीट की ऊंचाई वाले दर्रों से रास्ता जाता है और यहां का तापमान शून्य से माइनस 25 से 30 तक रहता है। सीआरपीएफ के जवानों का बलिदान और देश प्रेमियों को याद करते हुए प्रतिवर्ष 21 अक्तूबर को पूरे देश में पुलिस शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। लद्दाख के इस अत्यंत दुर्गम शहीद स्थल पर देश के सभी राज्यों और केंद्रीय पुलिस बलों से चुने हुए सबसे फिट अधिकारी एवं कर्मचारी अपने पुलिस बल की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि देने आते हैं। यह क्षेत्र काफी दुर्गम होने के कारण 21 अक्टूबर की जगह तीन सितंबर को वार्षिक सैल्यूट दिया जाता है। बताया कि क्षेत्र की दुर्गमता को देखते हुए पुलिस बल का प्रतिनिधित्व करना एक बड़ी उपलब्धि है। इस दिन पुलिस के जवानों को हॉट स्प्रिंग के शहीदों की तरह ही समर्पण और साहस के साथ काम करने की प्रेरणा मिलती है।