कंडक्टर की सूझबूझ से बालिका परिजनों को सौंपी
देहरादून। घर से बिना बताये रुड़की जाने वाली रोडवेज की बस में बैठ गई एक बालिका को बस के कंडक्टर की सूझबूझ और समय रहते उचित कदम उठाने से बालिका सुरक्षित अपने परिजनों के पास पहुंच गई।
मंगलवार को रोडवेज की बस नम्बर यूके7 पीए 1590 के परिचालक समुंदसेन ने पुलिस को जानकारी दी कि उनकी बस में एक लड़की हरबर्टपुर से बैठी और रुड़की जाने की बात कहने लगी। टिकट के पैसे मांगने पर उसने पैसे न होने की बात कही। पूछताछ की गई तो लड़की सही जबाब नहीं दे पाई। कंडक्टर ने लड़की को पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ करने पर लड़की ने अपना नाम नेहा निवासी डाकपत्थर विकासनगर देहरादून बताया। उसने पुलिस को बताया कि वह घर से बिना बताए रुड़की में अपने चाचा के घर जा रही थी।
पुलिस ने चौकी प्रभारी डाकपत्थर को सूचना दी और लड़की के परिजनों को सूचित किया। परिजनों ने बताया कि नेहा किसी बात से नाराज होकर अचानक घर से चली गयी थी। काफी खोजबीन करने पर अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली तो वे पुलिस के पास गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने वाले थे। पुलिस ने बालिका को उसके परिजनों को सौंप दिया।
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