…तो विकासनगर में शौचालय निर्माण की धनराशि ही डकार गए ‘प्रधान जी’ !
विकासनगर। ह्यूमन राइट्स एंड आरटीआई एसोसिएशन ने स्वजल परियोजना के तहत गांवों में शौचालयों के लिए आवंटित की गई धनराशि को कुछ ग्राम प्रधानों द्वारा डकारे जाने का आरोप लगाया है। एसोसिएशन के महासचिव भास्कर चुग ने मामले की शिकायत खंड विकास अधिकारी विकासनगर के माध्यम से मुख्य सचिव से की है। उन्होंने प्रकरण की जांच करवाये जाने की मांग उठाई है।
एसोसिएशन के महासचिव भास्कर चुग ने मुख्य सचिव को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि विकासनगर विकास खंड क्षेत्र की अधिकतर ग्राम सभाओं में स्वजल के माध्यम से शौचालय के लिए धनराशि ग्रामीणों के लिए आवंटित की गई। यह धनराशि सीधे ग्रामीणों को न देकर प्रधानों के माध्यम से दी गई है, लेकिन ग्रामीणों तक यह धनराशि पहुंची ही नहीं। शिकायती पत्र में यह भी आरोप लगाया गया है कि धनराशि आवंटन में विकासखंड के कई ग्राम प्रधानों ने भारी हेराफेरी की है। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान का हवाला देते हुए उन्होंने मुख्य सचिव से आग्रह किया है कि स्वजल परियोजना के माध्यम से आवंटित धनराशि के उपयोग की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। पत्र में एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद शर्मा, अनीता वर्मा, सुनील बत्रा, मनोज चौधरी, सोनिया जीना आदि के हस्ताक्षर थे।
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