उत्तराखंड विस शीतकालीन सत्र: रानीखेत विधायक माहरा को पुलिस ने विधानसभा गेट पर रोका

देहरादून। सदन की कार्यवाही में भाग लेने जा रहे कांग्रेस के रानीखेत क्षेत्र के विधायक व कांग्रेस विधायक दल के उपनेता करन माहरा की कार को पुलिसकर्मियों द्वारा विधानसभा के गेट पर रोके जाने व उनके साथ अभद्रता किए जाने के मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। इस मामले में सरकार ने रिपोर्ट तलब की है। कांग्रेस विधायकों ने इस मुद्दे को लेकर सदन से वाकआउट किया। उनका कहना था कि विधायक को सदन की कार्यवाही में भाग लेने से रोका गया है जो गंभीर मामला है।
उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सुबह 11 बजे जब सदन की कार्यवाही शुरु हुई तो सदन में वि विपक्ष की ओर से केवल नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा ह्रदयेश, गोविंद सिंह कुंजवाल और ममता राकेश ही उपस्थित थे। जैसे ही नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा ह्रदयेश को कांग्रेस विधायक को विधानसभा के गेट पर पुलिसकर्मियों द्वारा रोके जाने की सूचना मिली नेता प्रतिपक्ष व सदन में मौजूूद दो अन्य कांग्रेस विधायकों ने इस पर गहरा आक्रोश जताते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया, इसके बाद वे विधानसभा के गेट पर विधायक के साथ धरने पर बैठ गए। नेता प्रतिपक्ष का कहना था कि पुलिस द्वारा विधायक को सदन में भाग लेने के लिए नहीं आने दिया गया, जो कि गंभीर विषय है और विधायक का विशेषाधिकार हनन है। इस दौरान सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों व निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने भी विधायक को गेट पर रोके जाने पर कड़ी आपत्ति जताई।
विधायक माहरा को विधानसभा गेट पर रोके जाने की सूचना पर कांग्रेसी विधायकों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। नाराज विधायक करन माहरा सदन में नहीं आए और विधानसभा के गेट पर धरने पर बैठ गए। विधायक करन माहरा के समर्थन में कांग्रेस के अन्य विधायक भी उनके साथ धरने पर बैठे रहे। कांग्रेस विधायकों ने पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाया।
मामले में संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत ने सदन को बताया कि विधायक को गेट पर रोके जाने के मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा पुलिस से इस मामले में पूरी रिपोर्ट भी मांगी गई है।