उत्तराखंड

दून में आयोजित वास्तु शिविर में दिए शांति और खुशहाली के टिप्स

देहरादून। प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिए विविध प्राकृतिक बलों जैसे जल, पृथ्वी, वायु, अग्नि और आकाश के बीच परस्पर क्रिया होती है, जिसका व्यापक प्रभाव इस पृथ्वी पर रहने वाली मनुष्य जाति के अलावा अन्य प्राणियों पर पड़ता है। इन पांच तत्वों के बीच होने वाली परस्पर क्रिया को वास्तु के नाम से जाना जाता है। यह बात देहरादून के होपटाउन में आयोजित वास्तु शिविर के दौरान विख्यात वास्तु विशेषज्ञ सतीश अग्रवाल ने कही। उन्होंने बताया कि जीवन में शांति और खुशहाली प्राप्त करने के लिए सही वास्तु के माध्यम से बनाया गया आवास एक सशक्त माध्यम है।

रविवार को दून के राजावाला रोड स्थित पिरामिड होम डिवाइन सेंटर में निःशुल्क वास्तु शिविर का आयोजन किया गया। वास्तु विशेषज्ञ सतीश अग्रवाल ने शिविर में शामिल लोगों को बताया कि वास्तु प्रक्रिया का प्रभाव हमारे कार्य प्रदर्शन, स्वभाव, भाग्य एवं जीवन के अन्य पहलुओं पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक उत्थान से न केवल स्वयं का अपितु घर, मोहल्ले, शहर, प्रदेश सहित देश और समाज का सकारात्मक दिशा में विकास होता है। वास्तु इस आध्यात्मिक उत्थान को हासिल करने में सहायक होती है।

शिविर में विशेषज्ञों द्वारा बिना तोड़ेफोड़ किए पिरामिडों एवं सकारात्मक सोच तथा ध्यान द्वारा घर की वास्तु दोष निवारण विधि के बारे में जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने शिविर में शामिल लोगों की वास्तु सम्बंधी शंकाओं और सवालों का समाधान भी किया।

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