22 जुलाई को रिस्पना के उद्गम से मोथरोवाला तक रोपे जाएंगे 2.5 लाख पौधे
देहरादून। रिस्पना के उद्गम से मोथरोवाला तक 22 जुलाई को पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान फलदार वृक्ष, चारा प्रजाति के एवं जल संरक्षण करने वाले पौधे लगाये जायेंगे। रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को ऋषिपर्णा नदी के उद्गम स्थल मासी फॉल का भ्रमण किया। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से मिशन रिस्पना से ऋषिपर्णा के लिए जनसहयोग की अपील की। इस दौरान चामासारी की ग्राम प्रधान माधुरी सेमवाल ने ग्रामीणां के साथ मिलकर पौधरोपण आयोजन को सफल बनाने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रारम्भिक चरण में रिस्पना एवं कोसी नदी को पुनर्जीवित करने का लक्ष्य रखा गया। इसके बाद अन्य नदियों को भी पुनर्जीवित किया जायेगा। आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित रखने के लिए जल संरक्षण की दिशा में विशेष प्रयासों की जरूरत है। इसके लिए सरकारी संस्थानों में रेन वाटर हॉर्वेस्टिंग की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करी है कि जो लोग 22 जुलाई को रिस्पना नदी पर वृक्षारोपण नहीं कर पायेंगे व लोग ‘‘मेरा वृक्ष मेरी याद’’ के भाव से अपने घरों या उसके आसपास एक वृक्ष अवश्य लगाएं। जल संरक्षण के लिए वृक्षारोपण करना जरूरी है। हमें जो जल स्रोत सूख गये हैं, उन्हें पुनर्जीवित करना होगा। देहरादून को पूर्ण ग्रेविटी का पानी उपलब्ध कराने के लिए मार्च 2020 तक सौंग बांध बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जून 2019 तक सूर्यधार जल विद्युत परियोजना को पूर्ण करने का प्रयास किया जायेगा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी देहरादून एसए मुरूगेशन, वीसी एमडीडीए आशीष श्रीवास्तव, नरेन्द्र मेलवान सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
बार्लोगंज-चामासारी मोटर मार्ग बनाने का सीएम ने दिया आश्वासन :
देहरादून। रविवार को रिस्पना बचाओ अभियान के तहत ग्राम चामासारी पहुंचने पर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र का स्वागत किया। इस दौरान अभियान को सफल बनाने का संकल्प लेने के साथ ही ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को क्षेत्र के विकास को लेकर मांग भी करीं। ग्रामीणों की मांग पर मुख्यमंत्री ने बार्लोगंज से चामासारी तक 7 किमी मोटर मार्ग निर्माण शीघ्र करवाये जाने का आश्वासन भी दिया।