उत्तराखंड विधानसभा सत्र : ग्रीष्मकालीन राजधानी में शीतकालीन सत्र के मायने !

डीबीएल डेस्क / पंकज भार्गव
उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र सूबे की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में सात व आठ दिसंबर होगा। दिसंबर माह की कंपकपाने वाली सर्दी में ग्रीष्मकालीन राजधानी में शीतकालीन सत्र के आयोजन के मायने पर सुगबुगाहट जोरों पर है। वहीं आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सरकार भी पहाड़ के लोगों के सामने अपनी प्रतिबद्धता पूरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
सूत्रों की मानें तो गैरसैंण में शीतकालीन विधानसभा सत्र के आयोजन के दौरान सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लोगों के विश्वास को जीतने के लिए गैरसैंण को प्रदेश की स्थायी राजधानी बनाये जाने की घोषणा कर सकते हंै। चर्चा यह भी सुनाई दे रही है कि यह विधानसभा सत्र इस विधानसभा सत्र का आखिरी सत्र होगा इस लिए सरकार तीर्थ पुरोहितों के विरोध को शांत करने के लिए लंबे समय से किरकिरी बन रहे देव स्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग किये जाने की घोषणा भी कर सकती है।
वहीं दूसरी ओर विधानसभा सत्र को लेकर विपक्षी दलों के नेता सरकार की मंशा को चुनावी स्टंट बता रहे हैं। वजह जो भी हो लेकिन ग्रीष्मकालीन राजधानी में शीतकालीन सत्र के आयोजन में पक्ष व विपक्ष पूरा होम वर्क करने में जुटे हैं।