क्षमता विकास प्रशिक्षण – न्याय पंचायत चौरा में वनाग्नि पर काबू करने का लिया संकल्प
डीबीएल संवाददाता / थैलीसैंण/ पौड़ी।
उत्तराखंड राज्य के त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत थैलीसैंण विकासखण्ड की न्याय पंचायत चौरा में ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए आयोजित दो दिवसीय क्षमता विकास प्रशिक्षण का समापन हो गया। प्रशिक्षकों ने सदस्यों को उनके अधिकार एवं कर्तव्यों सहित महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। जंगल की आग पर काबू पाने और पर्यावरण संरक्षण विषय पर प्रशिक्षणार्थियों ने पूरी तरह से सहयोग करने के संकल्प के साथ अपने विचार एवं सुझाव भी साझा किए।
बृहस्पतिवार को थैलीसैंण विकासखंड की न्यायपंचायत चौरा के मजरा महादेव के महादेव पजू0हा0 में ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए आयोजित क्षमता विकास प्रशिक्षण में प्रतिभागियों ने अपने कार्यों एवं अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की। विभाग की ओर से विषय विशेषज्ञों ने ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के कर्तव्य व अधिकार, ग्राम पंचायत की समितियां, ग्राम पंचायत की बैठकें, वित्तीय व्यवस्थता, पंचायत और महिलायें आदि विषयों के बारे में बताया गया। प्रशिक्षण के सत्रों में पर्यावरण संरक्षण, वनाग्नि, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसे विषयों पर चर्चा सत्र के दौरान सुझाव हासिल किए गये। वनाग्नि के हालातों पर काबू पाने के लिए आपातकालीन दूरभाष नंबरों केे बारे में भी बताया गया।
प्रशिक्षण में रेखीय विभाग के प्रतिनिधियों ने अपने विभाग सम्बंधित जानकारियां एवं विकास योजनाओं के बारे में बताया। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अमित कुमार ने ग्राम पंचायत के विकास में वार्ड सदस्यों की भूमिका को अहम बताते हुए प्रशिक्षण में मौजूद सभी प्रतिभागियों से पंचायत के विकास के लिए अपने दायित्वों का पूरी जिम्मेदारी के साथ पालन करने की बात कही। प्रशिक्षण के समापन पर समाजिक सरोकारों से जुड़े ग्राम पंचायत मैठाणा के शोभाराम मुडेंपी, प्रधानाध्यापक विनोद चन्द्र चमोली, कुटकण्डई के प्रधान वीरेन्द्र सिंह नेगी ने भी ग्राम पंचायतों के विकास को लेकर अपनी बात रखी।
प्रशिक्षण में सरोजनी मैठाणी, सीमा देवी, सरिता देवी, सुरेश कुमार, सुरेश मुंडेपी, सुरेन्द्र सिंह, बलदेव सिंह, पावर्ती देवी, रविन्द्र सिंह, संगीता देवी, सुरेश प्रकाश, अनीता देवी, वीरेन्द्र सिंह सहित न्याय पंचायत क्षेत्र के दर्जनांे ग्राम पंचायत सदस्य मौजूद रहे।