व्यक्तित्व – ‘कर्तव्यनिष्ठता’ की पहचान बने पार्षद मोहन लाल गुरूंग
संजीव सुंदरियाल
ये दबदबा, ये हुकूमत, ये नशा ये दौलतें …. सब किरायेदार हैं, घर बदलते रहते हैं… मुस्कराहट, अपनापन, स्वभाव… ये सब अपने हैं, इनसे ही हम सब फलते फूलते रहते हैं … ! यह सोच बेहद सरल व्यक्तित्व के धनी देहरादून के पार्षद मोहन लाल गुरूंग पर सोलह आने सटीक बैठती है।
अपने क्षेत्र के विकास और जनता के कार्य के लिए वार्ड 90 मोहब्बेवाला के पार्षद मोहन लाल गुरूंग हर समय तैयार रहते हैं। लोगों की बिजली, पानी, साफ-सफाई जैसी समस्याओं के अलावा वह क्षेत्रवासियों के व्यक्तिगत कार्यों में भी एक दोस्त की तरह पूरा साथ निभाते हैं। उनका कहना है कि लोगों की मदद का कार्य एक पुनीत कार्य होने के साथ ही आत्मिक शांति भी देता है।
मोहब्बेवाला क्षेत्र के लोग भी अपने पार्षद के कार्यों और उनकी आत्मीयता का गुणगान करते नहीं थकते हैं। उनका कहना है कि हर वार्ड की जनता को मोहन लाल गुरूंग जैसे पार्षद का चयन करना चाहिए। सही मायनों में मोहन लाल गुरूंग की छवि कर्तव्यनिष्ठता की पहचान बनकर समाज को आईना दिखाने का काम कर रही है।