उत्तराखंडस्वास्थ्य

एम्स ऋषिकेश : स्वच्छता ही जीवन का मूल मंत्र

स्वस्थ समाज के लिए स्वच्छ समाज जरूरी

 एम्स में स्वच्छता पखवाड़े का हुआ समापन 

डीबीएल डेस्क/एम्स ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में मनाए जा रहे स्वच्छता पखवाड़े का सोमवार को समापन हो गया। इस अवसर पर स्वच्छता जागरूकता पदयात्रा के आयोजन सहित अपशिष्ट प्रबंधन पर गोष्ठी आयोजित कर सार्वजनिक जागरूकता अपनाने की बात कही गई।

गौरतलब है कि एम्स ऋषिकेश में ’स्वच्छता पखवाड़े’ की शुरुआत 1 अप्रैल को की गई थी। दो सप्ताह तक चले इस पखवाड़े के दौरान अस्पताल के विभिन्न विभागों की टीमों द्वारा स्वच्छता संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन कर मरीजों, तीमारदारों और आम लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। अभियान के समापन से पूर्व संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह के मार्गदर्शन और लायंस क्लब ऋषिकेश के सहयोग से आस्थापथ से आवास विकास कॉलोनी तक स्वच्छता जागरूकता पदयात्रा निकाली गई। यात्रा का उद्देश्य गंगा के तटों को साफ-सुथरा रखना और प्रदूषण रोकने हेतु सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना था। इस अवसर पर एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि स्वच्छता ही जीवन का मूल मन्त्र है। इसे दैनिक जीवन में अपनाने से कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत की परिकल्पना साकार करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छता के प्रति संकल्पित होना पड़ेगा।

चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने स्वच्छता को एक सतत प्रक्रिया बताया। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई रखने से बीमारियां नियन्त्रित रहतीं हैं। कहा कि हमें याद रखना होगा कि स्वच्छता से ही स्वस्थता है। इसलिए जरूरी है कि समाज में प्रत्येक परिवार का प्रत्येक सदस्य अपने जीवन में स्वच्छता अपनाना सुनिश्चित करे।

बीते 1 अप्रैल से शुरू हुए स्वच्छता पखवाड़े के दौरान संस्थान के विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग दिनों में स्वच्छता शपथ, वॉल पेंटिग, पोस्टर प्रतियोगिता, नर्सिंग कॉलेज द्वारा एकल-उपयोग प्लास्टिक के निषेध पर नुक्कड़ नाटक, अस्पताल संक्रमण नियंत्रण टीम द्वारा बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) और आंतरिक रोगी विभाग (आईपीडी) क्षेत्रों में स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम, सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग द्वारा स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने हेतु कार्यक्रम का आयोजन, स्वच्छता विभाग द्वारा जल स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम, श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में स्कूल स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रायवाला में एम्स की टीम द्वारा ठोस और गीले अपशिष्ट प्रबंधन पर एक सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।

पखवाडे़ की समाप्ति पर विभिन्न स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों के दौरान उप निदेशक (प्रशासन) ले. कर्नल अमित पराशर, कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल प्रो. स्मृति अरोड़ा, कार्यक्रम संयोजक और डीएमएस डॉ. पूजा भदौरिया, डॉ. यतिन तलवार, डॉ. अम्बर प्रसाद, डॉ. संतोष कुमार, अधीक्षण अभियन्ता ले. कर्नल राजेश जुयाल, मुख्य नर्सिंग अधिकारी रीटा शर्मा सहित डीएनएस, एएनएस और कई अन्य मौजूद रहे।

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