गोदियाल ईडी को देंगे भगोड़े गुप्ता बंधुओं के प्रस्ताव की जानकारी
देहरादून। बदरीनाथ-केदारनाथ समिति अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि जब गुप्ता बंधुओं ने बदरीनाथ मंदिर के गर्भगृह की छत सोने की बनाने को कहा था तब यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया था, उस समय गुप्ता बंधुओं के खिलाफ कोई भी मामला नहीं था, लेकिन अब वे आर्थिक भ्रष्टाचार के आरोप में फंस चुके हैं। इसलिए समिति पूरे मामले की जानकारी आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को देने जा रही है। जिससे कि समिति की छवि धूमिल न हो।
सोमवार को देहरादून में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि यात्रा पर आए दो यात्रियों ने बदरीविशाल के गर्भगृह की छत को सोने की बनाने की इच्छा जताई थी। उनकी पहचान एनआरआई गुप्ता बंधु के रूप में हुई थी। उस समय उन पर कोई आरोप नही था। इसलिए आयोजित बैठक में उनके प्रस्ताव को स्वीकृत कर लिया गया। उन्होंने कहा कि क्योंकि अब उनपर आर्थिक अपराध के मामले उजागर हुए है तो इस मामले को लेकर बदरीनाथ-केदारनाथ समिति की छवि धूमिल न हो इसके लिए वे इसकी सूचना आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को देने जा रहे है।
गौरतलब है कि यूपी के सहारनपुर मूल के गुप्ता बंधु अजय, अतुल और राजेश गुप्ता का दक्षिण अफ्रीका में कारोबार है। गुप्ता बंधुओं ने वहां कंप्यूटिंग, खनन, विमानन, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और मीडिया क्षेत्रों में जड़ें जमा रखी हैं। जब पूर्व राष्ट्रपति जैकब पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तब गुप्ता बंधुओं का नाम चर्चा में आया था। 14 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका के तत्कालीन राष्ट्रपति जैकब जुमा को अपने पद से इसलिए इस्तीफा देना पड़ा था। इसमें सामने आया था कि दक्षिण अफ्रीका में गुप्ता बंधुओं के साथ मिलकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया। इन्हीं मामलों में गुप्ता बंधुओं को दक्षिण अफ्रीका ने भगोड़ा घोषित किया हुआ है।