डाक सेवकों की हड़ताल से दून के ग्रामीण क्षेत्रों में चरमराई डाक व्यवस्था
देहरादून। देहरादून प्रखण्ड के समस्त ग्रामीण डाक सेवक महासंघ की सातवें पे-कमीशन की मांग को लेकर हड़ताल पांचवें दिन भी जारी रही। हड़ताल के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में डाक व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। वहीं महासंघ ने चेतावनी दी है कि उनकी मांग पूरी होने तक वह हड़ताल पर अडिग हैं।
मंगलवार को दून के मुख्य डाकघर परिसर में ग्रामीण डाक सेवक महासंघ के बैनर तले डाक सेवकों का धरना और प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी रहा। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के डाकघरों में हड़ताल के चलते ताला लटकने से पोस्ट ऑफिस के विभिन्न कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो गए हैं। अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवा महासंघ देहरादून मण्डल के सचिव सुभाष पंवार ने बताया कि उच्च स्तरीय वार्ता के बाद केंद्र सरकार ने महासंघ की मांगों पर निर्णय लेने के लिए एक माह का समय लगने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जवाब में केंद्रीय महासंघ ने भी उनकी मांग पर निर्णय लिए जाने तक हड़ताल पर रहने का फैसला लिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विगत वर्ष 2017 में भी उनकी इस मांग पर सरकार ने समय का हवाला देकर आज तक कोई निर्णय नहीं लिया।
डाक सेवकों की हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्रों में डाक वितरण व्यवस्था के ठप होने के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा संचालित सुकन्या योजना, बचत खातों में लेनदेन और इंस्योरेंस आदि कार्य न हो पाने से उपभोक्ताओं को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कंड़ोली क्षेत्र के पोस्ट ऑफिस उपभोक्ता यूआर ममगाईं, राजीव गुसाईं, नितिन नेगी आदि का कहना है कि मामले में सरकार को शीघ्र उचित निर्णय लेकर हड़ताल को खत्म करवाना चाहिए।