देहरादून : भाजपा ने कहा कि प्रदेश की जनता ने दिल खोल कर भाजपा संकल्प पत्र निर्माण को लेकर 70 हजार से अधिक सुझाव दिए हैं। विकसित भारत के निर्माण की गारंटी बनने वाले समाज के सभी वर्गों के इन सुझावों को पार्टी ने केंद्रीय नेतृत्व को आज भेजा है । जिस पर शीघ्र ही देश का रोड मैप तैयार करने वाला पार्टी संकल्प पत्र का निर्माण होगा।
रिस्पना पुल स्थित पार्टी के प्रदेश मीडिया सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में संकल्प पत्र एकत्रीकरण कमेटी के प्रदेश संयोजक, पूर्व सीएम एवं हरिद्वार लोकसभा उम्मीदवार श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश की जागरूक जनता ने हमारी उम्मीदों से बढ़कर 70 हजार से अधिक सुझाव दिए हैं । ये सुझाव पार्टी को पत्र, व्यक्तिगत, ऑनलाइन कई माध्यमों से हमारी सुझाव संकलन टीम को प्राप्त हुए हैं । उन्होंने बताया कि समाज के सभी वर्गों से सुझाव के रूप में हमें मोदी जी के लिए आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। वह सेवानिवृत्त कर्मचारी, मजदूर हों, चाहे रेडी ठेली लगने वाले हमारे भाई हों, किसान, महिला, युवा, उद्यमी, वकील, डॉक्टर, खिलाड़ी, धर्म, रंगकर्मी या रचनाकार एवं अन्य वर्गों से जुड़े लोग हों । उन्होंने जानकारी दी कि हमें प्राप्त सुझाव में 60 फ़ीसदी राज्य एवं 40 फीसदी केंद्र से संबंधित है । स्थानीय विषयों से संबंधित सुझावों को राज्य सरकार को भेजे जा रहे हैं एवं केंद्र से जुड़े सुझावों को केंद्रीय नेतृत्व को आज भेजा जा रहा है। जिस पर विस्तृत चर्चा एवं विचार करने के बाद पार्टी देश के भविष्य को लेकर अपने विजन को सामने लेकर आएगी। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि शीघ्र विकसित भारत के रोड मैप तैयार करने वाला पार्टी का संकल्प पत्र हम सब के मध्य होगा । साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि जिस तरह के विचार एवं सुझाव जनता द्वारा दिए गए हैं वे संकलन के बाद विकसित भारत की गारंटी बनने वाले होंगे ।
उन्होंने बताया कि अधिकांश सुझाव विकास एवं जनकल्याण की योजनाओं को लेकर है, साथ ही सुझावों के साथ बड़ी संख्या में पीएम मोदी की जीत और उनके कामों के प्रति आशीर्वाद भी जनता ने इसमें दर्ज कराये हैं । राज्य की जागरूक जनता ने पर्यावरण पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। कृषि को बढ़ावा देने और कृषि भूमि में सुधार को लेकर सुझाव दिए । इसी तरह स्वास्थ्य सुविधाओं एवं योजनाओं को बेहतर बनाने, देश के विकास की चुनौती बने ज्वलंत मुद्दों, व्यवसायिक प्रक्रियाओं की सरलता, प्रोफेशनल वर्ग के सुझाव,पर्यटन एवम शिक्षा नीति में सुधार एवं महिलाओं विधवा, वृद्धवस्था, युवा, छात्रों से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए हैं ।
इस दौरान प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति संयोजक एवं राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल ने कहा कि पार्टी को उम्मीद थी कि प्रति विधानसभा 500 से 700 सुझाव हमे औसतन मिलेंगे लेकिन हमे उम्मीद से कहीं अधिक औसतन 1000 से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं । उन्होंने कहा जिस तरह दिल खोलकर पीएम मोदी को आशीर्वाद के रूप में जनता ने अपने सुझाव हमें दिए हैं वह 400 पार और फिर एक बार मोदी सरकार की गारंटी बताता है।
इस मौके पर प्रदेश महामंत्री श्री आदित्य कोठारी, विधायक श्री विनोद चमोली, दीप्ति रावत प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर चौहान, दायित्वधारी डॉ देवेंद्र भसीन, श्रीमती आशा नौटियाल, समेत बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
जितना छोटा चुनाव होता है उतना जटिल होता चला जाता है ऑस्ट्रेलिया चुनाव की जो जटिलता है वह हम सब लोग अच्छी तरह उसका अनुभव भी हम लोगों ने लिया है और इसलिए हम उसको बहुत अच्छी तरह समझते भी हैं मैं तो लोकसभा प्रत्याशी के लिए आपके बीच में हूं कि लोकसभा का चुनाव जब नीचे से सहयोगी बढ़िया होते तो बहुत हल्का हो जाता है बहुत हल्का हो जाता है तंत्र बढ़िया चाहिए और उसे तंत्र के आप सब लोग पहिए हैं जितने भी निचले स्तर पर चुने हुए लोग हैं कहीं हमारे प्रधान गण होते हैं क्षेत्र पंचायत के लोग होते हैं ब्लॉक प्रमुख होते हैं तो हम सब लोग एक निश्चित प्रक्रिया से लोकतंत्र में जो व्यवस्था है उसे हम लोग चढ़कर के अलग-अलग सीढ़ियां चढ़कर के ऊपर तक पहुंचाते हैं इसलिए मैंने कहा कि उसका अनुभव आप सबको है बस मैं तो इसलिए आपके बीच में आया हूं कि आप सब लोगों से मिलना चाहिए और रोज सवेरे हम लोग कुछ लोगों को जो मेरा आवास है वहां पर हम लोग मिलते हैं कुछ को हरिद्वार में मिलते हैं कुछ को देहरादून में मिलते हैं और एक आपसी हमारा परिचय हो जाए धीरे-धीरे हमको एक दूसरे के नाम पता चल जाए नाम से पुकार सके जब यह तभी हो सकता है जब दो-चार बार मिलेंगे दो चार पांच बार मिलते हैं तो फिर धीरे-धीरे चेहरा याद होता है नाम याद होता है हम सब लोगों का परिचय प्रघद हो गहरा हो और हम सब मिलकर के यह जो विकसित भारत के लिए जो चुनाव हो रहा है यह विकसित भारत के लिए चुनाव हो रहा है उसमें हम सब भी सारथी बने हम सब भी सहयोगी बने और मैं समझता हूं कि यह जो जेनरेशन हम लोग जो सामने बैठे हुए हैं इसके लिए बड़ी सौभाग्य की बात है कि उनका यह अवसर मिला है कि जब भारत बदल रहा है भारत की सोच बदल रही है ऐसे समय में देश को आगे बढ़ने का एक मौका हम सबके पास है आने वाली जनरेशन आप लोगों में से तो बहुत लोग 2047 देखने वाले में तो चाहता हूं सब 2047 का भारत देखें सब 2047 का भारत देखें उसे सिरमौर भारत की परिकल्पना जो मान्य प्रधानमंत्री जी ने की है कि विश्व का सिरमौर भारत होगा उसके लिए हम सब लोग तैयार हैं कि नहीं है वह तैयारी हमको करनी है क्योंकि परिस्थिति अनुकूल होते हुए भी अगर हमारी तैयारी ठीक से नहीं है तो फिर वह चीज संभालती नहीं है इसलिए आने वाली जो परिस्थितियों हैं आने वाला जो भारत का भविष्य है उसको संभालने की जिम्मेदारी इस लोकतंत्र की व्यवस्था में यह हम सब की है हम उसके मजबूत पहिए हैं स्तंभ है और हमको उसको आगे बढ़ाना है हम प्रधानमंत्री जी के इस विकसित भारत के अभियान में हम सब लोग उसमें सहभागी बने यह प्रार्थना करने में आया हूं प्रत्याशी के रूप में मैं आपके बीच में आया हूं तो मेरे आप सबसे विनम्र प्रार्थना है कि हम सब लोग हम सब लोग इस अभियान में जुटे और 19 तारीख अप्रैल को जो मतदान होगा आप मुझे यहां से लोकसभा का प्रत्याशी बनाकर भेजें लोकसभा का प्रत्याशी बनाकर आप भेजे तो मैं इस क्षेत्र की लड़ाई में संसद में लडूंगा आपने मेरा काम करने का तरीका बहुत अच्छी तरह अनुभव किया है मुख्यमंत्री के नाते मंत्री के नाते थोड़ा काम मुख्यमंत्री के नाते मेरी गांव के बारे में क्या सोचा है किसानों के बारे में क्या सोचा है महिलाओं के बारे में क्या सोच युवाओं के बारे में क्या सोच जो लोग निराश्रित हैं आपको ताजी होगा कि देश में केवल उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है कई बार ऐसे बच्चे होते हैं कि जिनकी किसी को पता ही नहीं है क्यों उसके माता-पिता कौन है उसकी जाति कौन सी उसका धर्म कौन सा है और इसमें 99% 98% बेटियां देश में अगर किसी ने उनके लिए आरक्षण की व्यवस्था की तो आपके इस पूर्व मुख्यमंत्री ने किया कर प्रश्न आरक्षण जिनका पता ही नहीं कुछ भी उनको अपने माता-पिता का पता नहीं है तो मुझे महसूस हुआ जो आज हमारे उपराष्ट्रपति से मैंने एक बार जिक्र किया था आप मैंने कहा सुप्रीम कोर्ट के लेयर है सबके लिए तो आरक्षण है जो कमजोर लोग हैं लेकिन उनके लिए किसी का ध्यान नहीं गया मुझे शायद उन्हें का आशीर्वाद मिला कि उनके एक साल बाद में मुख्यमंत्री बन गया और मैंने यह कानून बनाया चाहते कि महिलाएं आगे बढ़े महिलाएं भी विकास में हमारे सहभागी बने और उसके लिए लेकिन उनकी टांग बंद करके तो नहीं हो सकता उनके हाथ बांध दिया उनके मुंह पर छिपी चिपका दी तो उसे तो नहीं बनेगा उनको हमको अधिकार देना पड़ेगा उनको हमको ऐसी संवैधानिक व्यवस्थाएं करनी पड़ेगी तो देश का अभी भी आज भी पहला राज्य है जहां पर हमने पत्नी को पति की पैतृक संपत्ति में अधिकार देने का काम किया है उसे क्या है कोई महिला अगर कोई पढ़ ली गई लड़की तो भाई उसको खेती का काम कहां करेगा क्या तो वह भी कुछ रोजगार कर सके और आने वाला समय ऐसा है कि जिस तरह का एक लाइफस्टाइल जीवन का स्तर बढ़ रहा है आज शादी है इतना ही प्राप्त नहीं है बच्चे होंगे इतना ही पर्याप्त नहीं है तो जीवन स्तर की बात है और जीवन स्तर की बात है तो यह भी है कि आज हैप्पीनेस इंडेक्स बोलते हैं आजकल की हमारी खुशी का हम हमारे सुख का स्तर क्या है आज उसे पर दुनिया बढ़ रही आगे तो तभी हो सकता है जब महिलाओं को भी पर्याप्त स्थान दें उनका साथ भी हम समानता का व्यवहार करें उनको आगे बढ़ने का मौका दें और उसके पति की पैतृक संपत्ति में यह पत्नी को यह हक देने का काम अगर किसी ने किया है तो हमारी सरकार आपकी सरकार और जो आपके सामने खड़ा है उसने काम किया है बाकी यह तो सदन प्रोग्राम हुआ है अचानक यह प्रोग्राम हुआ है।