महापंचायत में जौनसार बावर की पुरानी व्यवस्था की खिलाफत
अनुसूचित जाति के लोगों के अधिकारों के खिलाफ की आवाज बुलंद
डीबीएल संवादसूत्र/ कालसी /देहरादून
जौनसार बावर क्षेत्र में अनुसूचित जाति की ओर से आयोजित महापंचायत में 155 वर्ष पुरानी व्यवस्था को लागू करने के खिलाफ आवाज बुलंद की। इस दौरान निर्णय लिया गया कि अनुसूचित जाति के लोगों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शनिवार को कालसी ब्लाक सभागार में भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षक मंच के बैनर तले जौनसार बावर क्षेत्र में अनुसूचित जाति के लोगों के अधिकारों को लेकर महापंचायत का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह ने कहा कि क्षेत्र के लोगों के विकास की आड़ में पुरानी व्यवस्थाओं की दुहाई देकर उनका शोषण कतई भी सही नहीं है।विधिक सलाहकार संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा पुरानी व्यवस्था को लागू करने वाले लोगों को कम से कम इतना तो जरूर सोचना चाहिए कि 75 वर्ष पुरानी व्यवस्थाओं को थोपकर अनुसूचित जाति के लोगों को गुमराह किया जाना क्या सही है।
भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर ने कहा कुछ लोग अनुसूचित जनजाति का राजनैतिक लाभ लेते हैं लेकिन व्यवस्था आज भी आजादी से पहले की लागू करना चाहते हैं जिसको किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर लोक कला मंच के संयोजक नंदलाल भारती, अषाड सिंह पूर्व प्रधान, सनी राम, दीवान सिंह, सतीश कुवर, शुभम कुमार, विक्रम सिंह, अनिल कुमार, बलवीर सिंह, राजेश कुमार, विकास जौनसारी, गेंदा राम, बलदेव, शशि कुमार, मुन्ना राम, गजेंद्र सिंह, शेर सिंह भारती, चतर सिंह, चंद्र सिंह, यशपाल सिंह, पवन कैंतूरा, सतगुरु राम, निकु बजरंगी, शांति प्रकाश, सज्जू राम, भूमि राम, टीकम कुमार, बलवीर आदि मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता एडवोकेट विजय कुमार ने की।