बाबा केदार की उत्सव डोली ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ रवाना
रुद्रप्रयाग। पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने ग्रीष्मकालीन पड़ाव केदारनाथ के लिए रवाना हुई। ऊखीमठ में मंत्रोच्चारण, 10 जैकलाई रेजीमेंट एवं स्थानीय वाद्य यंत्रों की मधुर धुनों के बीच बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव मुर्तियां गर्भ गृह से बाहर लाई गयी, जहां आचार्यो, पुजारियों, वेदपाठियों एवं हक-हकूकधारियों ने मंत्रोच्चारण के साथ मूर्तियों की विशेष पूजा-अर्चना कर डोली में विराजमान किया।
बृहस्पतिवार की सुबह ठीक साढ़े नौ बजे भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली केदारपुरी के लिए रवाना हुई। जैसे ही बाबा की डोली को उठाया गया, वैसे ही भोलेनाथ के जयकारों और कीर्तन-भजनों से मन्दिर परिसर गुंजायमान हो उठा। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि सम्पूर्ण देव लोक इसी भू-भाग पर उतर आया है। भगवान केदार बाबा के साक्षात दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ ंका हुजूम उमड पड़ा। बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली जैबरी, विद्यापीठ, गुप्तकाशी, नाला, नारायकोटी, कोरखी, मैखण्डा सहित विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओ को आशीष देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए फाटा पहुँची। कई श्रद्धालुओं द्वारा भक्तों को मिष्ठान वितरण किया गया।
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के अपने शीतकालीन गद्दी स्थल आेंकारेश्वर मंदिर से रवाना होने से पूर्व रॉवल भीमाशंकर लिंग ने केदारनाथ के प्रधान पुजारी टी गंगाधर लिंग को पगड़ी एवं टोपी पहनाकर छः माह केदारनाथ धाम में विधिवत पूजा-अर्चना का संकल्प दिया। रॉवल द्वारा प्रधान पुजारी को दिये गये संकल्प के अनुसार केदारनाथ के प्रधान पुजारी को छः माह केदारपुरी में ही प्रवास करेंगे। साथ ही प्रधान पुजारी को नदी, नालों एवं पर्वतों की सीमा पार करना भी वंचित माना जाता है। इससे पूर्व बुधवार को देर सांय केदारपुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ की पूजा अर्चना विधि-विधान से की गई।
इस मौके पर केदारनाथ विधायक मनोज रावत, क्षेत्र पंचायत प्रमुख शन्तलाल शाह, जिला पंचायत सदस्य संगीता नेगी, नगर पंचायत अध्यक्ष रीता पुष्पवान, बद्री केदार मन्दिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, शिव सिंह रावत, प्रदीप बगवाडी़, कार्याधिकारी एनपी जमलोकी, विजया नेगी सहित देश विदेश के श्रद्धालु मौजूद थे।