चकराता में तालाबंदी के चलते फिर नहीं हो पाई ब्लाॅक की बैठक

चकराता। ब्लाॅक सभागार में आयोजित होने वाली क्षेत्र पंचायत की बैठक प्रधानों की तालाबंदी की भेंट चढ़ गई। बैठक न होने से क्षेत्राीय विकास से जुड़े कई प्रस्ताव अब तक पास नहीं हो सके हैं। जिसके सीधा असर क्षेत्रा के विकास पर पड़ रहा है।
चकराता में मंगलवार को जब क्षेत्र पंचायत सदस्य बैठक के लिए ब्लाक सभागार पहुंचे तो वहां मौजूद क्षेत्र के ग्राम प्रधानों ने वहां तालाबंदी कर दी जिसके चलते बैठक शुरू नहीं हो सकी। प्रधान संगठन के अध्यक्ष सरदार सिंह ने कहा कि लंबे समय से ग्राम प्रधान राज्य वित्त योजना के बजट में की गई कटौती को बंद करने, प्रधानों को लोक सूचना अधिकारी के पद से मुक्त करने, पंचायत एक्ट लागू करने, विकास कार्यों मे पारदर्शिता लाने के लिए सोशल आॅडिट की व्यवस्था करने, ग्राम प्रधानों को उचित मानदेय देने, मनरेगा और अन्य योजनाओं से पूर्ण विकास कार्यों के देयकों का भुगतान करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से उनकी मांग को अनसुना किया जा रहा है। जिसके चलते उन्हें तालाबंदी के लिए मजबूर होना पड़ा।
गौरतलब है कि चकराता ब्लाॅक आॅफिस में जून माह से लेकर अब तक तीन बार बैठक बुलाई जा चुकी है, लेकिन किसी न किसी कारण से बैठक को स्थगित करना पड़ा।
प्रदर्शन करने वालों में प्रधान संगठन अध्यक्ष सरदार सिंह, महासचिव सुरेश थपलियाल, विक्रम सिंह, सुमित्रा, उर्मिला शर्मा, टीकम चौहान, शूरवीर सिंह, विनीता देवी, जगत सिंह चौहान, आशीष सजवाण, प्रमिल देवी, आनंद सिंह, लायक राम, युद्धवीर सिंह आदि शामिल रहे।
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