उत्तराखंड

करुणा के प्रतीक हैं दलाई लामा : महाराज

14वें दलाई लामा, तेनजिन ग्यात्सो के जन्म दिन पर हुआ भव्य आयोजन

डीबीएल संवाददाता / देहरादून।

पूज्य दलाई लामा जी को करुणा के बोधिसत्व और तिब्बत के रक्षक देवता का अवतार माना जाता है। बोधिसत्व वे प्राणी होते हैं और जिन्होंने मानवता की सेवा के लिए पुनर्जन्म लेने का संकल्प किया है। यह बात प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण एवं जलागम, मंत्री सतपाल महाराज ने तिब्बत के 14वें दलाई लामा, तेनजिन ग्यात्सो के जन्म दिन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं।

रविवार को क्लेमेंट टाउन स्थित तिब्बत कॉलोनी में तिरुपति कल्याण कार्यालय द्वारा आयोजित तिब्बत के 14वें दलाई लामा, तेनजिन ग्यात्सो के जन्म दिन के अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि दलाई लामा एक असाधारण बौद्ध भिक्षु होने के साथ-साथ तिब्बत के आध्यात्मिक नेता हैं। दलाई लामा, तेनजिन ग्यात्सो का जीवन किसी धर्म, राष्ट्र या वाणी तक सीमित नहीं है वह करुणा के प्रतीक हैं।

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