उत्तराखंड

दून में अतिक्रमण हटाओ अभियान – सहस्त्रधारा रोड के दुकानदारों ने लगाया उत्पीड़न का आरोप, बंद रहीं दुकानें

देहरादून। देहरादून में इन दिनों निगम व प्रशासन की टीमों द्वारा जारी अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर की जा रही कार्यवाही से लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। सहस्त्रधारा रोड के दुकानदारों ने अतिक्रमण हटाओ दस्ते एवं मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) पर मनमाने तरीके से सीलिंग की कार्यवाही करने का आरोप लगाया है। बुधवार को दुकानदारों की नाराजगी इस कदर बढ़ गई कि करीब चार सौ से ज्यादा दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।

बुधवार को अतिक्रमण अभियान के विरोध में सहस्त्रधारा क्रॉसिंग से लेकर डांडा लखौंड, आईटी पार्क, सहस्त्रधारा फव्वारा चौक तक सभी दुकानें बंद रहीं। दुकानदारों ने बैठक कर आरोप लगाया कि अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों का शोषण किया जा रहा है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका यह भी कहना था कि अतिक्रमण हटाने को लेकर प्रशासन की टीम बातचीत और सौहार्द का वातावरण बनाने की जगह दुकानदारों को धमका रही है। जबकि नोटिस के जवाब में वह भवनों की रजिस्ट्री सहित अन्य टैक्स सम्बंधी कागजात उपलब्ध करवा रहे हैं। कुछ दुकानदारों का यह भी आरोप है कि अतिक्रमण टीम का आपस में ही सामंजस्य नहीं है। उनके पास उपलब्ध नक्शे भी आपस में मिलान नहीं खा रहे हैं। उनकी दुकानें मुख्य सड़क से काफी दूरी पर होने के बावजूद उनकी दुकानों को बेतरतीब तरीके से ध्वस्त कर दिया गया।

अभिषेक पंत बने सहस्त्रधारा रोड व्यापार समिति के अध्यक्ष :

देहरादून। बैठक में सहस्त्रधारा रोड व्यापार समिति का गठन भी किया गया। समिति के अध्यक्ष पद पर ग्राम प्रधान डांडा लखौंड अभिषेक पंत को चुना गया। जबकि उपाध्यक्ष सुमित नेगी, सचिव ईश्वर सिंह ठाकुर, उप सचिव अवनीश कोठारी, सदस्य अनुज कौशल को बनाया गया। बैठक में मौजूद अजय उनियाल, संदीप शर्मा, सुमित शर्मा आदि ने कहा कि समिति के माध्यम से मनमाने तरीके से किए जा रहे अतिक्रमण अभियान का पुरजोर विरोध किया जाएगा।

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