दिलीप कुमार
बड़कोट । ऐतिहासिक पौराणिक एवं पौराणिक थौलू मेले का शुभारंभ आज (बुधवार) से भाटिया गांव में होगा। बाबा बौखनाग की डोली कन्सेरू गांव से से भाटिया पहुंचने पर मेले का शुभारंभ किया जाता है। आस्था के प्रतीक इस धार्मिक आयोजन में क्षेत्र के कई गांवों के लोग शामिल होते हैं।
तीन दिवसीय थौलू मेले के शुभारंभ से पहले कन्सेरू गांव से निकलने वाली डोली की 8 पुजारियों द्वारा परंपरागत तरीके से पूरे विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। पुजारी संजय डिमरी बताते हैं ऐसी मान्यता है कि बाबा बौखनाग सच्चे मन से मांगी गई हर किसी की मुराद को अवश्य पूरा करते हैं।
मेले में क्षेत्र के उपराड़ी, साड़ा, चुक्कर, बड़कोट, हटांगा, पालगांव, कृष्णा, कुंड, नौगांव छुडोली आदि गांवों के ग्रामीण प्रतिभाग करते हैं।
ये हैं बाबा बौखनाग के मुख्य थान : बाबा भाटिया, कन्सेरू, कफनौल, नन्दगांव ।
दो दिवसीय सांस्कृति संध्या का भी होगा आयोजन :
इस बार थौलू मेले के उपलक्ष्य में स्थानीय युवा अम्बेडकर संगठन की ओर से ग्राम सभा भाटिया में दो दिवसीय सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया जा रहा है। कार्यक्रम के आयोजक भूपेन्द्र कुमार ने कहा है कि सांस्कृतिक आयोजन क्षेत्र की संस्कृति सम्बंधी प्रस्तुतियां दी जाएंगी। आयोजन में स्थानीय लोगों के साथ-साथ कई गणमान्य भी मौजूद रहेंगे।