“पुलिस स्मृति दिवस” : शहीद पुलिसकर्मियों को अर्पित किए श्रद्धासुमन
देहरादून। पुलिस शहीद स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन देहरादून स्थित शहीद स्मारक स्थल पर श्रृद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं सूबे के पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने प्रदेश सहित पूरे देश में पुलिस, अर्द्धसैनिक पुलिस संगठनों के शहीद हुए पुलिसजनों को श्रृद्धांजलि अर्पित की।
पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री त्रवेन्द्र सिंह रावत ने कर्तव्यपालन के दौरान अपने प्राणों की आहूति देने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आन्तरिक सुरक्षा व्यवस्था एवं कानून-व्यवस्था बनाये रखने का उत्तरदायित्व राज्यों की पुलिस बल एवं अर्द्धसैनिक बलों का है। उन्होंने कहा कि भौगोलिक एवं सामरिक महत्व के दृष्टिगत उत्तराखंड राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अत्यन्त संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण है जिसके चलते उत्तराखण्ड पुलिस के समक्ष कई चुनौतियां हैं। जिनमें बडे त्यौहार, चारधाम यात्रा, आपदा, भूस्खलन एवं 2020-21 में आने वाले महाकुम्भ का आयोजन है। मुख्यमंत्री ने आशा जताई कि उत्तराखण्ड पुलिस अपनी उपलब्ध जनशक्ति एवं संसाधनों से इन चुनौतियों का सामना करने में सफल होगी।
पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि 21 अक्टूबर 1959 को भारत की उत्तरी सीमा पर लद्दाख के 15 हजार फीट ऊंचे बर्फीले दुर्गम क्षेत्र में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस की एक गश्ती टुकडी के 10 बहादुर जवानों ने चीनी अतिक्रमणकारियों से लोहा लिया और अत्यन्त बहादुरी से लडते हुए अपनी मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणो की आहुति दी थी। इन्ही वीर सपूतों के बलिदान की स्मृति में प्रत्येक वर्ष आज के दिन ‘‘पुलिस स्मृति दिवस‘‘ मनाया जाता है, जिसमे कर्तव्यपालन के दौरान दिवंगत हुये पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि देकर याद किया जाता है। विगत एक वर्ष में सम्पूर्ण भारत में राज्य पुलिस एवं केन्द्रीय सुरक्षा बलों के कुल 414 कर्मियों ने कर्तव्यपालन के दौरान अपने जीवन की आहुति दी।
इस मौके पर सांसद टिहरी मालाराज्य लक्ष्मी शाह, हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री प्रकाश पन्त, अरविंद पाण्डे, धन सिंह रावत, विधायक उमेश शर्मा, खजान दास, हरवंश कपूर, गणेश जोशी, विनोद चमोली, सहित सांसद टिहरी, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन राम सिंह मीना सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं गणमान्य उपस्थित थे।