जिंदगी से जूझ रहे लोगों के मददगार हैं मुकेश कुकरेती
मार्गदर्शी :
देहरादून के जौलीग्राण्ट हॉस्पिटल में बतौर चीफ टेक्नीशियन कार्यरत मुकेश कुकरेती समाज को आईना दिखाने का काम कर रहे हैं। कंडोली निवासी मुकेश कुकरेती बीमार और जरूरतमंदों की मदद के लिए हर समय तैयार रहते हैं। सड़क हादसे में घायल व्यक्ति हो या फिर खून की कमी के चलते जीवन से जंग लड़ रहे लोग मुकेश कुकरेती सूचना मिलते ही उनकी मदद के लिए खड़े हो जाते हैं।
देवभूमि लाइव से खास मुलाकात के दौरान मुकेश कुकरेती बताते हैं कि अपने पूर्व के कार्यकाल के दौरान एस्लेहॉल स्थित आहूजा पैथोलोजी लैब में उन्होंने खून की कमी के चलते जिंदगी से जंग लड़ रहे लोगों की रक्तदान कर मदद की। अभी तक वह 10 बार रक्तदान कर चुके हैं। इसके अलावा समय निकालकर वह लोगों को साफ-सफाई की आदत के लिए भी जागरूक करते रहते हैं। उनका कहना है कि ज्यादातर बीमारियों की वजह गंदगी ही है यदि हम अपने आस-पास के परिवेश को स्वचछ रखेंगे तो बीमारियां होंगी ही नहीं।
मुकेश कुकरेती का यह भी कहना है कि किसी जरूरतमंद की मदद के बाद जो शुकून मिलता है वह केवल अहसास ही किया जा सकता है, उसे बयां करना मुश्किल है। स्वयं सेवी भाव से सामाजिक कार्यों के लिए थोड़ा बहुत समय निकालना नए अनुभव भी प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए किया सम्मानित :
मुकेश कुकरेती नागरिक सुरक्षा कोर की पोस्ट-2 में बतौर सेक्टर वार्डन भी अपनी निस्वार्थ सेवाएं दे रहे हैं। 29 अप्रैल, 2017 को नागरिक सुरक्षा कोर देहरादून के वार्षिक समारोह में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुकेश कुकरेती को उनके उत्कृष्ट स्वयं सेवी कार्यों के सम्मानित किया। मुकेश कहते हैं कि सम्मान प्रेरणादायक और एक नई ऊर्जा का संचार करते हैं। मुकेश का कहना है कि समाज हमारा अभिन्न अंग है इस लिए समाजिक कार्य करना हमारा नैतिक दायित्व बनता है।
Key Words : Uttarakhand, Dehradun, Path Display, Struggling with Life