रुद्रप्रयाग की सर्वेश्वरी देवी बनीं जिले की सर्वश्रेष्ठ आशा वर्कर
रुद्रप्रयाग। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में आयोजित जिला स्तरीय आशा सम्मेलन में वर्ष 2017-18 के लिए सर्वेश्वरी देवी को सर्वश्रेष्ठ आशा, सुशीला सेमवाल को सर्वश्रेष्ठ आशा फेसिलिटेटर व गजपाल बुटोला को सर्वश्रेष्ठ ब्लॉक समन्वयक के सम्मान से नवाजा गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि गायत्री परिवार शांतिकुंज की डॉ. गायत्री शर्मा ने भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए उनके मानसिक, भावनात्मक व नैतिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की वकालत की।
मुख्यालय में आयोजित आशा सम्मेलन का शुभारंभ सेवानिवृत्त महानिदेशक स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय उत्तर प्रदेश व गायत्री परिवार शांति कुंज हरिद्वार की डॉ. गायत्री शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सरोज नैथानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। बतौर मुख्य अतिथि डॉ. गायत्री शर्मा ने बच्चों व गर्भवती माताओं के लिए आशा कार्यकत्रियों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य के साथ-साथ उन्हें संस्कारित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से बच्चों के स्वास्थ्य पर पूर्ण ध्यान दिया जा रहा है, लेकिन उनके मानसिक, भावनात्मक व नैतिक स्वास्थ्य पर ध्यान न दिया जाना चिंताजनक है। डॉ. शर्मा ने गर्भ संस्कार पर विस्तारपूर्वक जानकारी देते संस्कारवान पीढ़ी के निर्माण के लिए कार्य करने के लिए आशाओं को प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा सर्वश्रेष्ठ आशा पुरस्कार श्रेणी में सर्वेश्वरी देवी ग्राम बोरा प्रथम, गीता देवी ग्राम जगोठ द्वितीय व सुलोचना बिष्ट ग्राम सारी तृतीय, सर्वश्रेष्ठ आशा फेसिलिटेटर पुरस्कार की श्रेणी में सुशीला सेमवाल ग्राम पुनाड़ प्रथम, देवयंती थपलियाल ग्राम बनियाड़ी द्वितीय व रचना भट्ट ग्राम फलई तृतीय व आशा कार्यक्रम के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ ब्लाक समन्वयक पुरस्कार गजपाल बुटोला को प्रदान किया गया।
विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की पत्नी ऊषा घिल्डियाल ने गर्भवती महिलाओं व शिशुओं के स्वास्थ्य को लेकर आशाओं के कार्यों की सराहना की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सरोज नैथानी ने आशाओं को और बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर डॉ अर्चना वर्मा, गायत्री परिवार की रितू आदि ने विचार रखे। संचालन डॉ जेएस नेगी ने किया।
Key Words : Uttrakhand, Rudraprayag, Best Asha worker, Sarveshwari Devi