जनजातीय छात्र बोले – ‘‘हमें भी बनना है हिमा दास जैसा’’
जनजातीय छात्रों ने देहरादून में किया ‘हिमा दास दिवस’ का आयोजन
देहरादून। देहरादून के विभिन्न संस्थानों में शिक्षा ग्रहण कर रहे असम, अरुणाचल प्रदेश सहित सूबे के जिलों के जनजातीय छात्रों ने हिमा दास को उनकी उपलब्धि पर बधाई देने के लिए ‘हिमा दास दिवस’ का आयोजन किया। आयोजन के दौरान उत्साही छात्रों ने कहा कि आत्मविश्वास ही हिमा की सफलता का मंत्र बना और वे भी अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हिमा दास की तरह मेहनत करेंगे।
फिनलैंड के टैम्पेयर शहर में आयोजित आईएएएफ वर्ल्ड अंडर-20 ऐथलेटिक्स चैंपियनशिप की 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने वाली असम की हिमा दास को दून में शिक्षा ग्रहण कर रहे जनजातीय छात्रों ने अनूठे ढंग से बधाई दी। जनजातीय विद्यालय के छात्रों ने हिमा दास दिवस का आयोजन किया।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षाशास्त्री और आर्यन स्कूल की प्रमुख सीमा गुप्ता ने छात्रों को हिमा दास के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिमा का आत्मविश्वास ही उन्हें सबसे आगे लेकर गया। आत्मविश्वास के बल पर सभी लक्ष्यों तक पहुंचा जा सकता है।
इस अवसर पर असम के छात्रों ने बिहू नृत्य की प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरीं। प्रधानाचार्य अशोक वरसजन्य ने छात्रों को हिमा दास के जीवन प्रसंगों की जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले हर साल हिमा दास दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन रिशु ब्रह्मा और संजय नेगी ने किया।