शौर्य यात्रा निकालकर करेंगे उत्कृष्ट कार्यों के लिए विभूतियों को सम्मानित
रुद्रप्रयाग। समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने के उद्देश्य से पूर्व मंत्री मोहन सिंह गांववासी एवं किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष भोपाल सिंह चौधरी के नेतृत्व में शौर्य यात्रा का आगाज हुआ। यात्रा का शुभारंभ प्रसिद्ध पर्यावरणविद् जगत सिंह चौधरी जंगली के जंगल से किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यात्रा संयोजक पूर्व मंत्री मोहन सिंह गांववासी ने कहा कि समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को प्रोत्साहित करना यात्रा का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि पर्यावरणविद् जगत सिंह जंगली के मिश्रित वन से यात्रा का शुभारंभ किया गया है और यह यात्रा पूरे गढ़वाल तथा कुमाऊं मंडल में चलेगी और अभूतपूर्व कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित करेगी। यात्रा के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में साहसिक कार्य करने वाले व्यक्तियों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह् देकर प्रोत्साहित किया जायेगा। यात्रा एक साल तक चलेगी। गांववासी ने कहा कि पर्यावरणविद् जगत सिंह जंगली ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में शौर्य कीर्ति स्थापित की है। इसके लिए उन्होंने अपने जीवन के चालीस वर्ष दिये हैं। नई पीढ़ी को जंगली से सीख लेने की आवश्यकता है।
यात्रा में शामिल अन्ना टीम के सदस्य एवं किसान मंत्र के प्रदेश अध्यक्ष भोपाल सिंह चौधरी ने कहा कि समाज में ऐसे कई व्यक्ति हैं, जो अपनी सेवाओं से समाज में एक अलग पहचान बना रहे हैं। ऐसे लोगों को सम्मानित करना ही यात्रा का मकसद है। चौधरी ने कहा कि आज के समय में हिमालय को बचाने की जरूरत है। जलवायु परिवर्तन की मार से बचने के लिए पर्यावरणविद् जंगली द्वारा निर्मित जंगल की विकल्प हैं। भूगोल विभाग के मोहन सिंह पंवार ने कहा कि जंगली के जंगल में शोध केन्द्र बनाये जाने की आवश्यकता है। इस केन्द्र में छात्र-छात्राओं को जंगल में ही प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।
पर्वतीय शोध केन्द्र के नोडल अधिकारी अरविंद दरमोड़ा ने कहा कि पर्यावरणविद् जंगली ने वन खेती में नई मिशाल कायम की है। हिमालय में वन भूमि की अधिकता है, जबकि नाप भूमि और कृषि खेती काफी कम है। पर्यावरण प्रेमी सतेन्द्र भंडारी ने शौर्य यात्रा अभियान के लिए शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने श्री गांववासी को ह्दय से धन्यवाद दिया। उन्होंने हरियाली क्षेत्र में स्थापित जगल सिंह जंगली के जंगल से यात्रा की शुरूआत को ऐतिहासिक निर्णय बताया। कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध पर्यावरणविद् जगत सिंह जंगली एवं उनकी पत्नी शांती देवी को पर्यावरण शौर्य सम्मान से सम्मानित किया गया।
इस मौके पर विजय प्रसाद दरमोड़ा, जय प्रकाश जसोला, राकेश नौटियाल, चन्द्रप्रकाश चमोली, बल्लभ प्रसाद जसोला, नरेन्द्र चौधरी, रमा रावत, माहेश्वरी देवी, नीमा देवी, दर्शनी देवी, मनीष गौड़ सहित कई मौजूद थे।
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