विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस पर कार्यशाला में विशेषज्ञों ने स्थानीय खानपान पर दिया जोर
डीबीएल संवाददाता /देहरादून
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड एवं आयुष्मान भारत- हैल्थ एंड वैलनेस सेंटर के तहत ईट राइट इंडिया मूवमेंट के तत्वावधान में राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. शैलजा भट्ट, महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा बताया गया कि गैर संचारी रोगों की कमी को लेकर हमें मौसमी खाद्य पदार्थों और फलों का सेवन करना चाहिए जिससे की हम स्वस्थ रहें। डॉ. भट्ट ने कहा कि युवाओं को स्वस्थ रखने के लिए उत्तराखंड की थाली यानि स्थानीय खान-पान को बढ़ावा देने की जरुरत है, जिससे कि युवा जंक फूड से दूर रहें।
डॉ. सरोज नैथानी निदेशक, एनएचएम ने ईट राइट इंडिया मूवमेंट की थीम स्वस्थ भोजन, बेहतर जीवन को समझने और इसे एक जीवन पद्धति के रुप में अपनाने की जरुरत बताया, जिससे हम एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। ईट राइट इंडिया मूवमेंट पूरे प्रदेश भर में चलाया जाएगा जिसके तहत लोगो को पौष्टिक खाना तथा खान-पान के आदतों पर विशेष बल दिया जाएगा। ताकि भविष्य में होने वाले किसी भी रोग से बचा जा सके।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के उप-आयुक्त जीसी कंडवाल ने कहा ईट राइट इंडिया मूवमेंट, देश में बीमारी का बोझ कम करने की पहल है। केंद्र द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के तहत होटलों में स्वच्छता का ध्यान रख खाने की गुणवत्ता के लिए प्रमाणपत्र जारी किए जाएगें। कार्यक्रम में फोर्टिफाइड फूड को अधिक से अधिक लेने और लोगों के बीच सामाजिक और व्यवहारिक परिवर्तन को लेकर अभियान भी चलाया गया।
कार्यशाला में राज्य क्रार्यक्रम अधिकारी, एनएसएस, अजय अग्रवाल, शिक्षा विभाग के डॉ. रघुनाथ लाल आर्या, एमकेपी महाविद्यालय की प्रोफेसर गीता बलोदी, कोरोनेशन अस्पताल की सीएमएस डॉ. शिखा जंगपागीं, संयुक्त निदेशक डॉ. डीपी जोशी, रमेश सिंह, योगेन्द्र पांडे, सहित शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग के प्रतिनिधि मौजूद थे।