आंदोलनकारी बोले, बहुत हो चुकी उपेक्षा….अब आंदोलन होगा तेज
डीबीएल संवाददाता/देहरादून। चिन्हीकरण सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य आंदोलनकारियों का कचहरी परिसर में लंबे समय से धरना जारी है। रविवार को उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी मंच से जुडे हुए आंदोलनकारी अध्यक्ष नंदाबल्लभ पांडेय के नेतृत्व में कचहरी स्थित शहीद स्मारक में एकत्र हुए और उन्होंने सरकार व शासन ने अपनी मांगों पर कार्यवाही को लेकर नारेबाजी की।
आंदोलनकारियों ने कहा कि वे 24 जून, 2017 से अपनी मांगों को लेकर लगातार धरने पर बैठे हैं लेकिन शासन प्रशासन उनकी अनदेखी करता आ रहा है। मंच के अध्यक्ष नंदाबल्लभ पांडेय ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी का दर्जा आंदोलनकारियों को शीघ्र ही प्रदान किया जाना चाहिए और सेनानियों के आश्रितों को रोजगार में समायोजित किये जाने तथा सीमावर्ती जिलों से पलायन पर पूर्ण रूप से रोक लगाये जाने की जरूरत है। उन्होंने चेतावनी दी कि अब उपेक्षा सहन नहीं की जाएगी। शीघ्र आंदोलनकारियों की मांगों पर सकारात्मक निर्णय न होने की दिशा रणनीति बनाकर आंदोलन तेज किया जाएगा।
धरने पर बैठने वालों में पुष्पा उनियाल, धनेश्वरी नेगी, यशोदा नेगी, विरेन्द्र सिंह रावत, सुमित्रा भटट, रोशनी देवी कुंडलिया, सुरेश नेगी, गोविन्द सिंह रावत, संजय रौथाण, रजनी जोशी, माया बिष्ट, उर्मिला नेगी, अवतार सिंह नेगी, विजय सिंह बिष्ट, राकेश खंडूडी, सीता रावत, बीना डिमरी, सम्पती जयाडा, सदई राणा आदि मौजूद थे।