कास्तकारों ने सीखे खेतीबाड़ी से आत्मनिर्भर बनने के टिप्स
सौनदेव/नौगांव। उत्तरकाशी जिले के विकास खंड नौगांव स्थित ग्राम हिमरोल के कास्तकार भरत सिंह राणा ने अपनी मेहनत और लगन के बूते खेती और बागवानी के क्षेत्र में एक मुकाम हासिल किया है। खेती के कार्य में नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल कर राणा ने बेरोजगारी का हवाला देकर प्रदेश से पलायन करने वालों को भी आईना दिखाने का काम किया है। शुक्रवार को जौनपुर, थत्यूड़ और नैनबाग से आए कास्तकारों कोे भरत सिंह राणा नेे बेहतर खेती करने के टिप्स दिए।
शैक्षणिक भ्रमण पर कास्तकार भरत सिंह राणा से खेती को बेहतर बनाने की सीख लेने पहुंचे क्षेत्र के कास्तकारों ने कई जानकारियां हासिल कीं। राणा ने खेती के साथ बागवानी से आर्थिकी सुधारने के नायाब तरीकों के साथ कास्तकारों को फलों से जैम, अचार, चटनी आदि बनाये जाने की विधियों की भी विस्तृत जानकारी दी।
इस मौके पर भरत सिंह राणा ने कहा कि इसे विडम्बना ही कहा जा सकता है कि बरोजगारी के चलते आज हमारे प्रदेश में पलायन एक विकट की समस्या बन चुका है। उन्होंने कहा कि पलायन रोकने के लिए जरूरी है कि प्रदेश सरकार खेतीबाड़ी के कार्य को बढ़ावा दे, जिससे लोग अपनी आर्थिकी संवारकर आत्मनिर्भर बन सकें।
Key Words : Uttarakhand, nogawan, palayan, Self Reliant, Farming