संस्कृति एवं संभ्यता

शीतकाल के छह माह के लिये बाबा केदार के कपाट बंद

श्रद्धालुओं की जयकारों से गूंजा केदारनाथ, इस साल चार लाख 71 हजार 235 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के किए दर्शन

रुद्रप्रयाग। पौराणिक परंपराओं के अनुसार भैयादूज के पावन पर्व पर बाबा केदारनाथ के कपाट शीतकाल के छह माह के लिए बंद कर दिये गये हैं। कपाट बंद के अवसर पर देश-विदेश के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान केदारनाथ का जलाभिषेक कर पुण्य अर्जित किया।

शनिवार को जैकलाई रेजीमेंट की बैंड धुनों द्वारा भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली की अगुवाई की जा रही है। पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली प्रथम रात्रि प्रवास के लिये रामपुर पहुंची, जहां से आज डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में रात्रि प्रवास के लिए पहुंचेगी और 23 अक्टूबर को बाबा की डोली शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान होगी।

कपाट बंद से पहले प्रधान पुजारी बागेश लिंग ने रात्रि दो बजे बाबा केदार को बाल भोग लगाया। दो बजे से तीन बजे तक श्रद्धालुओं ने भगवान केदारनाथ के स्वयं-भू लिंग का जलाभिषेक कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह ने बताया कि सुबह ठीक छह बजे गर्भ गृह के कपाट बंद कर दिये गये। उन्होंने बताया कि इस साल चार लाख 71 हजार 235 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। उम्मीद जताई कि 2018 में यात्रा और भी बेहतर चलेगी।

इस मौके पर रॉवल भीमा शंकर लिंग, मुख्य पुजारी बागेश लिंग, केदारनाथ विधायक मनोज रावत, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, पुलिस अधीक्षक प्रहलाद मीना, श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति सदस्य शिव सिंह रावत, मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, कार्याधिकारी अनिल शर्मा़ सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

Key Words: Uttarakhand, Rudraprayag, Baba Kedar’s Kapat, closed

 

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