चमोली आपदा-2018 : घाट बस स्टेशन व बांजबगड़ में 52 भवन खतरे की जद में
घनश्याम मैंदोली/चमोली। चमोली जिले के थराली और घाट ब्लॉक में बीती सोमवार की रात बादल फटने की घटनाओं से हुए नुकसान के आंकलन के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर बनाई गई पैरालीगल वॉलेयन्टिर्स की टीम ने गुरूवार को घाट ब्लॉक के बांजबगड़, स्यारी, लांखी, सैती, फाली आदि गांवों में पहुंचकर प्रभावितों को उनके विधिक अधिकारों की जानकारी देने के साथ उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
चमोली जिले के तहसील घाट क्षेत्र के कई गांवों में बारिश व अतिवृष्टि से आई आपदा से प्रभावितों को राहत व बचाव कार्य में सहयोग के लिए आपदा पीड़ितों को विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से विधिक सहायता (नालसा) योजना के तहत जिला जज/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चमोली के निर्देशानुसार टीम का गठन किया गया है। टीम के सदस्य गुरूवार को घाट ब्लॉक के आपदा पीड़ितों के बीच पहुंचे और उन्होंने पीड़ितों को ढाढस बंधाया और नुकसान का आंकलन किया।
पैरालीगल वॉलेयन्टिर्स टीम से मिली जानकारी के अनुसार घाट ब्लॉक के बांजबगड़ में 30 भवन खतरे की जद में आ गए हैं। गांव के राजकीय इंटर मीडियट कॉलेज के भवन की बिल्डिंग के क्षतिग्रस्त होने का खतरा पैदा हो गया है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य उदय सिंह रावत ने टीम को बताया कि सोमवार की रात को हई अतिवृष्टि की दहशत से लोग सहमे हुए हैं। वहीं स्यारी, लांखी, सैती, फाली गांव में में आपदा के असर से कई समस्याएं पैदा हो गई हैं।
संगीता रैतोला ने टीम को बताया कि बस स्टेशन घाट क्षेत्र में भूस्खलन और नदी में आए उफान से 22 भवनों में रहने वाले परिवार खतरे की जद में आ गए हैं। परिवारों में जीवन लाल साह के भवन का आधा हिस्सा नदी के बहाव में बह गया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि प्रशासन की ओर से अभी तक कोई भी उनकी सुध लेने नहीं आया है। उनका कहना है कि यदि दोबारा आपदा आई तो उनकी जान को खतरा बना हुआ है।
पैरालीगल वॉलेयन्टिर्स टीम में मथुरा प्रसाद त्रिपाठी, घनश्याम प्रसाद मैंदोली, बद्री प्रसाद, सुखवीर सिंह आदि शामिल थे।