… तो लोकसभा चुनाव में दावेदारी पेश करेंगे कर्नल कोठियाल
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ पुनर्निर्माण के कार्य से चर्चाओं में आए यूथ फाउंडेशन के संस्थापक कर्नल अजय कोठियाल 2019 में लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने एक मुलाकात में इस बात के संकेत दिए हैं। कर्नल कोठियाल ने अभी पार्टी और संसदीय क्षेत्र का खुलासा नहीं किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही वह सेना से वीआरएस ले लेंगे। इस संबंध में उन्होंने सभी औपचारिकताएं पूरी करनी शुरू कर दी हैं।
राजनीति में प्रवेश को लेकर कर्नल कोठियाल का कहना है कि इस बारे में वह गोलमोल जवाब नहीं देंगे। उनका राजनीति में आने का विचार है। उन्होंने 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बनाया है। अभी तय नहीं है कि किस सीट या किस दल में शामिल होंगे, लेकिन चुनाव लड़ना तय है। उनका मानना है कि राजनीति में कुछ लोग ऐसे होने चाहिए जो कीचड़ को साफ कर सकें। इरादा नेक है और यदि जनता ने साथ दिया तो समाज हित के कार्यां का विस्तार तेजी से करूंगा। समाज सेवा की जो शुरूआत यूथ फाउंडेशन से हुई है। उनका कहना है कि जम्मू-कश्मीर के बच्चों को भी सेना में शामिल होने के अवसर मिलने चाहिए ताकि उन्हें भी मुख्यधारा में शामिल किया जा सके।
सेना में ब्रिगेडियर बनने के बजाय वीआरएस लेने के सवाल पर कर्नल कोठियाल ने कहा कि वह मूल रूप से सैनिक हैं और हमेशा रहेंगे। भारतीय सेना उनके रग-रग और सांसों में है। अब बस अंतर इतना होगा कि पहले देश के लिए लड़ता था और अब समाज और जनता के हितों की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्हें सेना में जोश, अनुभव, अनुशासन, नीति निर्माण और उस पर अमल करने की सीख मिली है। उन्हें लगता है कि सेना में रहते हुए जो कुछ भी अपना सर्वश्रेष्ठ देना था, वह दे चुके हैं और सेना ने भी उन्हें असीम प्यार व सम्मान दिया। अब समय आ गया है कि सैनिक के रूप में समाज की बेहतरी के लिए कुछ कर सकूं। इसलिए वीआरएस लेने का फैसला लिया गया है।
यूथ फाउंडेशन की स्थापना के सवाल पर कर्नल कोठियाल का कहना है कि जब केदारनाथ आपदा आई तो एनआईएम की टीम ने राहत-बचाव कार्य करना शुरू किया। हमने स्थानीय लोगों की मदद भी ली। कई युवा सामने आए। तब महसूस हुआ कि यदि युवाओं को भर्ती पूर्व प्रशिक्षित कर सेना में शामिल होने का अवसर मिले तो रोजगार की दिशा में एक सफल प्रयास होगा।